
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल केदारनाथ में एक बड़ी दुर्घटना होते-होते टल गई। ऋषिकेश एम्स से केदारनाथ मरीज लेने आया संजीवनी हेली एंबुलेंस सेवा का हेलीकॉप्टर लैंडिंग के समय अचानक तकनीकी खराबी से अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि, पायलट की त्वरित सूझबूझ और समझदारी के कारण एक बड़ा हादसा टल गया और हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित बच गए।
यह दुर्घटना केदारनाथ के मुख्य हेलीपैड से लगभग 20 मीटर पहले हुई, जब हेलीकॉप्टर में अचानक तकनीकी समस्या आई। पायलट ने स्थिति की गंभीरता को तुरंत समझते हुए हेलीकॉप्टर को मुख्य हेलीपैड की बजाय नजदीकी समतल स्थान पर उतारने का निर्णय लिया। इस सूझबूझ के कारण हेलीकॉप्टर सुरक्षित आपातकालीन लैंडिंग करने में सफल रहा, हालांकि हेलीकॉप्टर का टेल रोटर टूट गया।
हेलीकॉप्टर में ऋषिकेश एम्स की मेडिकल टीम भी सवार थी, जिसमें एक डॉक्टर और एक नर्सिंग स्टाफ के सदस्य शामिल थे। यह टीम दिल्ली से आए दो डॉक्टरों के साथ मरीज के आपातकालीन बचाव अभियान के लिए केदारनाथ पहुंची थी। हादसे में किसी भी यात्री को चोट नहीं आई, सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं।
जिला पर्यटन अधिकारी एवं नोडल हेली सेवा राहुल चौबे ने बताया कि एक महिला श्रद्धालु को सांस लेने में गंभीर परेशानी हो रही थी। इसके कारण राज्य सरकार की हेली एंबुलेंस सेवा संजीवनी का इस्तेमाल किया गया था। तकनीकी खराबी के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) द्वारा विस्तृत जांच की जाएगी।