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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने की पाकिस्तान की मदद: ऐसे समय में जब 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, भारत ने पाकिस्तान को बड़ी मानवीय सहायता प्रदान की है। पाकिस्तान द्वारा परमाणु हमले की धमकी दिए जाने के बावजूद, भारत ने पाकिस्तानी अधिकारियों को संभावित बाढ़ के खतरे के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। सैन्य संघर्ष के बाद दोनों देशों के बीच यह पहला आधिकारिक संपर्क है, जिसने संघर्ष के बीच भी मानवता का संदेश दिया है।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान में घुसपैठ करके 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया, जिसमें 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए। इस तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद, भारत ने पाकिस्तान को बाढ़ से निपटने में मदद की है। भारत ने पाकिस्तानी अधिकारियों को तवी नदी में बाढ़ के संभावित खतरे के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। इस जानकारी के आधार पर, पाकिस्तान ने अपने लोगों को आगाह किया है। पिछले 24 घंटों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण पाकिस्तान में 500 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और स्थिति गंभीर हो गई है। पाकिस्तान द्वारा लगातार परमाणु हमले की धमकियों के बीच हुई यह घटना भारत की मानवीय नीति का एक उदाहरण है।
बाढ़ संकट और भारत की सहायता
पाकिस्तान इस समय भारी बारिश और बाढ़ की गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है। देश के कई प्रांतों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है, 500 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं और 15,000 से ज़्यादा लोग जल जनित बीमारियों से पीड़ित हैं। इस गंभीर स्थिति के बीच, भारत ने पाकिस्तानी अधिकारियों से संपर्क किया है और तवी नदी में संभावित बाढ़ के खतरे के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। भारतीय उच्चायोग ने 24 अगस्त को इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तानी अधिकारियों को चेतावनी दी थी, जिसके आधार पर पाकिस्तान ने तुरंत जनता के लिए अलर्ट जारी किया।
' ऑपरेशन सिंदूर ' और तनावपूर्ण संबंध
भारत की इस मदद का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह हालिया सैन्य संघर्ष के बाद आई है। इसी साल 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। इस हमले के जवाब में भारत ने सिंधु जल संधि रद्द करने, वीजा निलंबित करने और वाघा-अटारी सीमा बंद करने जैसे सख्त कदम उठाए थे। इसके बाद 6-7 मई की रात को भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया, जिसमें 100 से ज़्यादा आतंकी मारे गए और उनके 10 से ज़्यादा ठिकाने तबाह कर दिए गए। इस हमले के बाद दोनों देशों के रिश्ते और बिगड़ गए।
फील्ड मार्शल असीम मुनीर जैसे पाकिस्तानी अधिकारी बार-बार भारत पर परमाणु हमले की धमकी दे चुके हैं। ऐसी स्थिति में भी, भारत की मानवीय सहायता उसकी उच्च नैतिकता और ज़िम्मेदारी को दर्शाती है। यह घटना उन पाकिस्तानी अधिकारियों के लिए शर्मनाक साबित होगी, जिन्होंने लगातार भारत के ख़िलाफ़ आक्रामक रुख़ अपनाया है।