
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पूर्व सांसद और लोकप्रिय भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' ने महाराष्ट्र में हिन्दी भाषा का विरोध किए जाने पर अपनी नाराज़गी जाहिर की है। सोमवार को सीतामढ़ी जाते समय रून्नीसैदपुर विधायक पंकज मिश्रा के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की असली ताकत इसकी विविधता में छिपी है। यहां अलग-अलग भाषाएं, संस्कृतियां और परंपराएं एक साथ चलती हैं, और यही इस देश की सबसे बड़ी खूबी है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब वह मुंबई में फिल्में बनाते हैं, तो वहां एक ही भाषा के लोग नहीं होते। मराठी, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, हिन्दी और भोजपुरी भाषाएं बोलने वाले लोग मिलकर काम करते हैं। सभी एक-दूसरे के साथ सहयोग और भाईचारे के साथ काम करते हैं। निरहुआ ने कहा कि इस भाईचारे को तोड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सबको मिलकर आवाज उठानी चाहिए।
इस दौरान विधायक पंकज मिश्रा के आवास पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्होंने बिहार सरकार द्वारा कलाकारों के लिए शुरू की गई पेंशन योजना की सराहना की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार में "कलाकार आयोग" के गठन की मांग की। उनका कहना था कि इस आयोग के बनने से कलाकारों की समस्याओं का स्थायी समाधान निकाला जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में हजारों कलाकार हैं, जो आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर हैं। पेंशन योजना उनके लिए बड़ी राहत है। उन्होंने बिहार कलाकार संघ के अध्यक्ष आनंद कुमार उर्फ सोनू सिंह की पहल की भी तारीफ की।
इस मौके पर कलाकार रोहित ठाकुर, गायक बबलू बजाज और बंटी सिंह बावला जैसे कई सांस्कृतिक हस्तियां भी मौजूद थीं।