
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : देहरादून और काठगोदाम के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। 16 अगस्त से इस रूट पर चलने वाली देहरादून-काठगोदाम एक्सप्रेस (12091/12092) में पुराने कन्वेंशनल कोच हटाकर अब अत्याधुनिक एलएचबी (लिंके-हॉफमैन-बुश) कोच लगाए जा रहे हैं।
इन नए कोचों की खास बात यह है कि ये न सिर्फ तेज गति से चल सकते हैं, बल्कि यात्रियों को ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव भी देंगे। एलएचबी कोच 160 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड पकड़ सकते हैं। इन कोचों में एंटी क्लाइम्बिंग तकनीक लगी होती है, जिससे दुर्घटना के वक्त डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते और यात्रियों की जान की हिफाजत होती है।
ट्रेन में कुल 15 कोच होंगे, जिनमें एक जनरेटर सह लगेज यान, एक एलएसएलआरडी कोच, 10 सामान्य द्वितीय श्रेणी कुर्सीयान और तीन वातानुकूलित कुर्सीयान शामिल हैं। एलएचबी कोचों में आवाज भी कम होती है, जिससे सफर के दौरान शांति बनी रहती है। बेहतर सस्पेंशन और शॉक एब्जॉर्बर की वजह से झटके नहीं लगते और सीटिंग अनुभव भी बेहतर होता है।
इन कोचों में बायो-टॉयलेट, बेहतर वेंटिलेशन जैसी आधुनिक सुविधाएं दी जा रही हैं, जो यात्रा को और भी सुविधाजनक बनाती हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों को बेहतर सुविधा देने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।
यह ट्रेन सप्ताह में पांच दिन काठगोदाम से देहरादून के लिए चलती है। ट्रेन नंबर 12092 सुबह 5:25 बजे काठगोदाम से चलकर दोपहर 12:40 बजे देहरादून पहुंचती है। वापसी में ट्रेन नंबर 12091 शाम 4:15 बजे देहरादून से रवाना होकर रात 11:50 बजे काठगोदाम पहुंचती है। गुरुवार और रविवार को इसका संचालन हल्द्वानी स्टेशन से होता है।
वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक संजीव शर्मा के अनुसार, नई व्यवस्था की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और अगस्त के दूसरे सप्ताह से ट्रेन एलएचबी कोचों के साथ दौड़ने लगेगी।