
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश में एनडीए के अहम सहयोगी और योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बगावती तेवर अपना लिए हैं। गठबंधन सहयोगी होने के बावजूद एसबीएसपी ने एनडीए के खिलाफ 53 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर ने कहा कि एनडीए से सीटें मांगने के बावजूद एक भी सीट न मिलने के बाद यह फैसला लिया गया है। एसबीएसपी अब कुल 132 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। राजभर ने बीजेपी पर गठबंधन के सिद्धांतों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है और दावा किया है कि इस फैसले से एनडीए को कम से कम 50 सीटों का नुकसान हो सकता है।
बिहार में राजभर की बगावत: सीटें न मिलने पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला
उत्तर प्रदेश की राजनीति के कद्दावर नेता और एनडीए के सहयोगी ओम प्रकाश राजभर ने बिहार चुनाव में गठबंधन के समीकरणों को हिलाकर रख दिया है। उनकी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) ने साफ कर दिया है कि अगर एनडीए से उन्हें एक भी सीट नहीं मिली तो वे अब बिहार में निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता लंबे समय से चुनाव की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उन्हें गठबंधन में जगह नहीं मिली। राजभर ने भाजपा पर गठबंधन के सिद्धांतों का पालन न करने का आरोप लगाया है। इसी बगावती तेवर के तहत सुभासपा ने पहले चरण के लिए 53 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
कुल 132 सीटों पर चुनाव लड़ने का पक्का इरादा
पार्टी नेतृत्व ने अपनी मंशा साफ़ करते हुए कहा है कि सुभासपा अब सिर्फ़ 53 सीटों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि कुल 132 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। पार्टी प्रवक्ता अरुण राजभर ने बताया कि प्रदेश नेतृत्व से मिली नकारात्मक प्रतिक्रिया के चलते यह फ़ैसला लिया गया है।
राजभर ने दावा किया कि इस बगावत का खामियाजा एनडीए को भुगतना पड़ेगा और गठबंधन कम से कम 50 सीटों का नुकसान उठाएगा। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी अन्य ताकतों के साथ मिलकर एक नया मोर्चा बनाने की तैयारी कर रही है, जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा के लिए एनडीए ने सीटों का बंटवारा तय कर लिया है, जिसके अनुसार भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 29 सीटों पर, और आरएलएम व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) छह-छह सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। राजभर का यह कदम इस तय सीट बंटवारे में एक नई चुनौती पेश कर सकता है।