
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (2 जुलाई, 2025) को घाना की आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए। पीएम मोदी घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया समेत पांच देशों की यात्रा करेंगे। इसके अलावा वह ब्राजील में आयोजित हो रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी 2 से 3 जुलाई तक अपनी यात्रा के पहले चरण में घाना में रहेंगे। यह 3 दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की घाना की पहली यात्रा होगी। वह आर्थिक, ऊर्जा और रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए घाना के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के बारे में क्या कहा?
बुधवार (2 जुलाई, 2025) को यात्रा पर रवाना होते समय पीएम मोदी ने कहा कि भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में ब्रिक्स के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हम साथ मिलकर एक अधिक शांतिपूर्ण, समान, न्यायसंगत, लोकतांत्रिक और संतुलित बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा क्यों महत्वपूर्ण है?
त्रिनिदाद और टोबैगो भारत के लिए सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है। देश में भारतीय मूल के लोगों की एक बड़ी आबादी है, जो 19वीं सदी में भारत से आए अप्रवासियों के वंशज हैं। यह प्रवासी समुदाय भारत और त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच एक मजबूत सांस्कृतिक पुल का काम करता है।
पीएम मोदी की यात्रा का पूरा विवरण
पीएम मोदी 3 और 4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो में रहेंगे। 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा होगी। इसके बाद पीएम मोदी यात्रा के तीसरे चरण में 4 और 5 जुलाई को अर्जेंटीना जाएंगे, जहां वह रक्षा, कृषि, खनन, तेल और गैस तथा व्यापार समेत कई क्षेत्रों में साझेदारी पर चर्चा करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी ब्रिक्स बैठक में भाग लेने के लिए ब्राजील जाएंगे और 9 जुलाई को नामीबिया का दौरा करेंगे।
ब्राज़ील भारत का एक महत्वपूर्ण साझेदार है, खासकर इसलिए क्योंकि यह दुनिया के सबसे बड़े ब्रिक्स देशों (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ़्रीका) समूह का हिस्सा है। भारत और ब्राज़ील के बीच व्यापार 12.20 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया है। फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ रहा है।