
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : हम पार्टी के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव द्वारा उठाए गए "दामाद" के मुद्दे पर तीखा व्यंग्य कसा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि तेजस्वी का ये मुद्दा उठाना कहीं न कहीं लालू परिवार के अंदर चल रही उठापटक की ओर इशारा करता है।
अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में मांझी ने लिखा, "तेजस्वी ने पहले ही अपने भाई को घर से बाहर कर दिया है। अब बहन और बहनोई की बारी है, इसलिए ‘दामाद’ का मुद्दा तूल पकड़ रहा है। इसका मकसद सिर्फ इतना है कि अगर भविष्य में ‘गब्बर सिंह’ (संकेत लालू प्रसाद यादव की ओर) अपनी बेटी और दामाद को किसी राजनीतिक पद या जगह पर सेट करना चाहें, तो यह कहकर मना किया जा सके कि हमने तो खुद ही दामाद का मुद्दा उठाकर सरकार पर सवाल उठाए थे।"
मांझी ने आगे कहा, "जो इंसान अपने परिवार का नहीं हो सकता, वो किसी का नहीं हो सकता।"
बिहार में इन दिनों आयोगों और सरकारी पदों पर राजनीतिक परिवारों के सदस्यों की नियुक्ति को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। ऐसे में मांझी का यह बयान विपक्षी राजनीति के साथ-साथ परिवारवाद पर भी एक करारा प्रहार माना जा रहा है।