
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने हाल ही में बताया कि केंद्र सरकार ने पंजाब को गंभीर आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया है। इसका मतलब साफ है – राज्य में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए जितनी भी धनराशि की जरूरत होगी, केंद्र सरकार उसे देने के लिए तैयार है।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि अगली किस्त तभी जारी होगी, जब पंजाब सरकार पहले से उपलब्ध आपदा फंड का उपयोग कर उसका प्रमाण केंद्र को भेजेगी। इसका उद्देश्य है कि पीड़ितों को तुरंत राहत और पुनर्वास मिल सके।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार बाढ़ प्रभावितों की मदद में पूरी राशि देगी, जबकि राज्य सरकार को केवल 25% का हिस्सा देना होगा। केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वे पहले से उपलब्ध फंड का तत्काल उपयोग करके लोगों को राहत पहुंचाएँ।
ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान मंत्री जॉर्ज कुरियन ने संघेडा गांव का दौरा किया। वहां उन्हें एक महिला मिली, जिसका घर पूरी तरह बाढ़ में ध्वस्त हो गया था। जब मंत्री ने एडीसी से पूछा कि अब तक उन्हें मदद क्यों नहीं मिली, तो एडीसी ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत सहायता दी जाएगी। मंत्री ने चिंता जताई कि अभी तक पीड़ितों की सूची बनाकर प्रस्ताव तैयार नहीं हुआ है। उनका कहना था कि जिनके मकान पूरी तरह से नष्ट हुए हैं, उन्हें तुरंत योजना में शामिल किया जाना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने किसानों की स्थिति पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पंजाब में किसान फसल बीमा योजना लागू नहीं है, जबकि अगर यह योजना लागू होती तो किसानों को तत्काल लाभ मिल सकता था। मंत्री ने बताया कि ग्रामीण योजना में तो 20% फसल नुकसान होने पर भी बीमा का दावा किया जा सकता है, लेकिन इस बार फसल लगभग पूरी नष्ट हो गई।
जॉर्ज कुरियन ने स्पष्ट किया कि बाढ़ पीड़ितों के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उनका कहना था कि पंजाब के लोग देश की सेवा में हमेशा खड़े रहे हैं, और आज जब पंजाब मुसीबत में है, तो सभी राजनीतिक भेदभाव भूलकर उन्हें मदद करनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वे राहत कार्य तुरंत शुरू करें, ताकि केंद्र से अगली धनराशि समय पर मिल सके।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे, जिनमें जिला अध्यक्ष डॉ. हरजोत कमल, पंजाब भाजपा उपाध्यक्ष केवल सिंह ढिल्लों, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बंसल और निधड़क सिंह बराड शामिल थे।