
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चीन से लौटने के तुरंत बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से फ़ोन पर बात की। उन्होंने पंजाब में भारी बारिश और बाढ़ से उत्पन्न गंभीर स्थिति पर चर्चा की और केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि यह बातचीत मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बाढ़ राहत और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) परियोजनाओं के लिए शेष ₹60,000 करोड़ जारी करने का अनुरोध करने के बाद हुई।
पंजाब में बाढ़ की गंभीर स्थिति के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चीन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से लौटने के तुरंत बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बात की। इस बातचीत के दौरान उन्होंने पंजाब में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और राज्य सरकार को केंद्र की ओर से हर संभव मदद और सहयोग का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री का पत्र एवं मुख्य मांगें
प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल रविवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा उन्हें लिखे गए एक पत्र के जवाब में आई है। इस पत्र में, मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से कुछ ज़रूरी माँगें कीं। उन्होंने राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) में संशोधन की अपील की ताकि बाढ़ प्रभावित किसानों को कम से कम ₹50,000 प्रति एकड़ का मुआवज़ा मिल सके। इसके अलावा, उन्होंने केंद्र के पास लंबित ₹60,000 करोड़ की राशि को तुरंत जारी करने की भी माँग की, जो बाढ़ राहत के लिए बेहद ज़रूरी है।
पत्र में, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रधानमंत्री मोदी का ध्यान इस ओर भी आकर्षित किया कि केंद्र सरकार ने हाल ही में पंजाब में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत 828 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को रद्द कर दिया है, जिससे ग्रामीण संपर्क पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने रद्द की गई परियोजनाओं को फिर से शुरू करने का अनुरोध किया।
पंजाब में भारी बारिश के कारण होशियारपुर ज़िले के कई गाँवों में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस बीच, कपूरथला ज़िला प्रशासन ने ऊपरी पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश और ब्यास नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सुल्तानपुर लोधी इलाके के लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को 3 सितंबर तक बंद रखने का फैसला बढ़ा दिया है। इससे पहले ये छुट्टियां 27 से 30 अगस्त तक थीं। पटियाला जिला प्रशासन ने भी लोगों को घग्गर और टांगरी नदियों के किनारों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी है।