
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर भारत के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र पूर्णागिरि धाम में भक्तों का जनसैलाब लगातार उमड़ रहा है। 15 मार्च से शुरू हुए मेले में अब तक 14.57 लाख से अधिक श्रद्धालु माता के दर्शन कर चुके हैं। इस संख्या में 1.46 लाख बुजुर्ग, 10.54 लाख युवा और 2.58 लाख बच्चे शामिल हैं।
पूर्णागिरि: सालभर चलने वाला आस्था का केंद्र
पूर्णागिरि मंदिर सालभर दर्शन के लिए खुला रहता है। शारदीय और आश्विन नवरात्र में विशेष भीड़ देखी जाती है। होली के अगले दिन से लेकर तीन महीने तक यहां सरकारी स्तर पर मेला आयोजित होता है, जो इस बार 15 जून तक चलेगा।
पूरे देश से उमड़ रहा श्रद्धालुओं का सैलाब
उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, मुरादाबाद, बरेली, बदायूं, सहित कई जिलों से श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। साथ ही दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और चंडीगढ़ से भी लोग माता के चरणों में शीश नवाने आ रहे हैं।
नेपाल तक जाती है श्रद्धा की डोर
पूर्णागिरि के दर्शन के बाद श्रद्धालु सीमा पार कर नेपाल में स्थित सिद्ध बाबा के दर्शन को भी जाते हैं, जो इस यात्रा को आध्यात्मिक रूप से और भी विशेष बनाता है।
सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतज़ाम
चंपावत जिले के डीएम नवनीत पांडे के अनुसार, मेला शांतिपूर्ण ढंग से संचालित हो रहा है। पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य सेवाएं और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखा गया है। ओवरलोड वाहनों पर सख्ती बरती जा रही है।
दो हृदयाघात की घटनाएं
यात्रा के दौरान दो श्रद्धालुओं की हृदयघात से मृत्यु हुई है – मुरादाबाद के 67 वर्षीय शेष कुमार शर्मा और बरेली की 40 वर्षीय चंद्रकला। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने की अपील की है।