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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : यूक्रेन और यूरोपीय देशों ने यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध को समाप्त करने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शांति योजनाओं का कड़ा विरोध किया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की 18 अगस्त, 2025 को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात करेंगे, जहाँ जर्मन, फ्रांसीसी और ब्रिटिश नेताओं सहित प्रमुख यूरोपीय देश भी यूक्रेन के समर्थन में मौजूद रहेंगे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यूक्रेन पर ज़मीन सौंपने का दबाव न पड़े।

अलास्का में डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच हुई बैठक के बाद, ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए एक शांति योजना पेश की। इस योजना के अनुसार, यूक्रेन को डोनबास का पूरा क्षेत्र रूस को सौंप देना चाहिए। हालाँकि, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने इस शर्त को साफ़ तौर पर अस्वीकार कर दिया है। अब, 18 अगस्त को होने वाली व्हाइट हाउस बैठक में, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जैसे यूरोपीय नेता और अन्य प्रमुख नेता, ज़ेलेंस्की के साथ मिलकर ट्रंप पर रूस को ज़मीन सौंपने की शर्त पर अड़े न रहने का दबाव डालेंगे।

ट्रम्प की शांति योजना और उसका विरोध

अलास्का में पुतिन से मुलाकात के बाद, ट्रंप ने अपने चुनाव अभियान के वादे के अनुसार, एक महीने के भीतर युद्ध समाप्त करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। ट्रंप की शांति योजना के अनुसार, यूक्रेन को डोनबास का पूरा इलाका रूस को सौंप देना चाहिए, जिससे तत्काल शांति स्थापित हो सके। लेकिन, द न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस शर्त में वे इलाके भी शामिल हैं जिन पर अभी तक रूसी सैनिकों का कब्जा नहीं है। ज़ेलेंस्की ने इस शर्त का कड़ा विरोध किया है।

व्हाइट हाउस बैठक और यूरोपीय समर्थन

ज़ेलेंस्की ने साफ़ कर दिया है कि वह रूस को ज़मीन देने के किसी भी समझौते पर राज़ी नहीं होंगे। उनके इस फ़ैसले का यूरोपीय देशों ने भी समर्थन किया है। 18 अगस्त को होने वाली व्हाइट हाउस बैठक में जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़, फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, नाटो महासचिव मार्क रूट, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मालोनी समेत प्रमुख यूरोपीय नेता मौजूद रहेंगे। इन नेताओं का मक़सद यह सुनिश्चित करना है कि ट्रंप की ओर से ज़ेलेंस्की पर कोई दबाव न पड़े। बैठक में मुख्य रूप से यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी, क्षेत्रीय मुद्दों और रूसी आक्रामकता के ख़िलाफ़ यूक्रेन को निरंतर समर्थन देने पर चर्चा होगी।

यह बैठक क्यों महत्वपूर्ण है ?

यह बैठक दर्शाती है कि यूरोपीय नेता यूक्रेन के भविष्य को लेकर ट्रंप के एकतरफ़ा फ़ैसलों से चिंतित हैं। वे ज़ेलेंस्की के साथ मिलकर एक मज़बूत संयुक्त मोर्चा बना रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यूक्रेन को अपनी क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखने के लिए पर्याप्त समर्थन मिले। यह घटनाक्रम दर्शाता है कि ट्रंप की 'सौदेबाज़ी' की राजनीति यूक्रेन और उसके सहयोगियों को स्वीकार्य नहीं है, और वे यूक्रेन के लिए एक सम्मानजनक और स्थायी शांति चाहते हैं, जो ज़मीन खोकर हासिल नहीं हो सकती।