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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश में इस वर्ष का पौधरोपण महाभियान एक बड़े संकल्प के साथ शुरू होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में 9 जुलाई को राज्यभर में 37 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। इस अभियान की खास बात यह है कि इस बार केवल वनों का विस्तार ही नहीं होगा, बल्कि गोशालाओं में भी ‘गोपाल वन’ की स्थापना की जाएगी।

राज्य सरकार ने इस अभियान के लिए 52.43 करोड़ पौधों की व्यवस्था की है। फिलहाल ग्रामीण इलाकों में 6613 अस्थायी गो-आश्रय स्थल, 387 बड़े गो-संरक्षण केंद्र, 305 कांजी हाउस और शहरी क्षेत्रों में 303 कान्हा गो-आश्रय स्थल कार्यरत हैं। इन सभी स्थलों पर भी पौधरोपण किया जाएगा और ‘गोपाल वन’ की नींव रखी जाएगी, जहां छायादार और चारा देने वाले पौधे रोपे जाएंगे।

सरकार ने निजी गोपालकों से भी अपील की है कि वे इस हरित प्रयास में सहभागी बनें और अपनी गोशालाओं में पौधे लगाएं। इस अभियान में संत समाज और गोपालक भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। खास बात यह है कि पौधरोपण सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं होगा, बल्कि पूरे वर्षा काल में पौधे लगाए जाएंगे और उनका संरक्षण भी सुनिश्चित किया जाएगा।

गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने बताया कि सभी गोशालाओं में सहजन, पीपल, पाकड़ और बरगद जैसे पौधों को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, मिशन निदेशक दीपक कुमार ने बताया कि कई वनों का नामकरण महापुरुषों के नाम पर किया जाएगा और गोपाल वन भी उन्हीं के सम्मान में बनाए जाएंगे।

उच्च शिक्षा विभाग की खास भागीदारी
9 जुलाई को होने वाले इस महा अभियान में उच्च शिक्षा विभाग भी पीछे नहीं है। "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान के तहत विभाग 20 लाख पौधे लगाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया कि पौधरोपण लक्ष्य को हर हाल में पूरा किया जाए और लगाए गए पौधों की देखरेख भी सुनिश्चित हो।

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह महाभियान न केवल हरियाली बढ़ाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, गोसेवा और सामाजिक सहभागिता की मिसाल भी बनेगा।