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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तराखंड के खटीमा शहर में शुक्रवार देर रात हुई चाकूबाजी की घटना ने इलाके में सांप्रदायिक तनाव पैदा कर दिया। इस घटना में एक युवक की मौत हो गई। शनिवार सुबह इलाके में हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। रोडवेज बस स्टेशन के आसपास गैर हिंदुओं की दुकानें बंद करवा दी गईं, और जिस चाय की दुकान पर घटना हुई, उसे आग के हवाले कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि यह दुकान मुख्य आरोपी के पिता की है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी बहस भी हुई। पूरे क्षेत्र में तनाव बना रहा और पुलिस को तैनात होना पड़ा।

धारा 144 लागू

टनकपुर रोड पर जुलूस के दौरान प्रदर्शनकारियों ने बंद दुकानों में पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश की और कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुँचाने का प्रयास किया। इसे देखते हुए पुलिस ने पीएसी जवानों के साथ लाठीचार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर किया। इस दौरान दो लोगों को हिरासत में भी लिया गया।

एसडीएम तुषार सैनी ने पूरे नगर में धारा 144 लागू कर दी। इसके तहत चार या अधिक लोग एक साथ इकट्ठा नहीं हो सकते। मौके पर पुलिस क्षेत्र अधिकारी विमल रावत, वरिष्ठ उप निरीक्षक ललित मोहन रावल, उप निरीक्षक किशोर पंत और जीवन सिंह भी पहुंचे और उन्होंने हिंदूवादी संगठनों को शांत कराने का प्रयास किया।

घटना का विवरण

पुलिस के अनुसार, यह घटना पुरानी रंजिश की वजह से हुई। शुक्रवार रात करीब 9:30 बजे तुषार शर्मा (24), सलमान और अभय बस अड्डे के पास स्थित एक चाय की दुकान पर खड़े थे। इसी दौरान गोटिया इस्लामनगर से आए कुछ युवकों के समूह से उनकी कहासुनी हुई। पुरानी रंजिश देखते ही देखते हाथापाई और चाकूबाजी में बदल गई।

हमले में तुषार गंभीर रूप से घायल हुए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। सलमान और अभय को भी गंभीर चोटें आईं और उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया। सलमान की हालत गंभीर बताई जा रही है।

तुषार की डेढ़ से दो वर्ष पहले ही शादी हुई थी। वह एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था। उनके पिता मनोज शर्मा कैंची-चाकू पर धार लगाने का काम करते हैं।