
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : राजधानी पटना में बढ़ती गर्मी का असर अब बच्चों की सेहत पर गंभीर रूप से दिखने लगा है। शहर के अस्पतालों में बच्चों के बीच तेज बुखार, उल्टी, दस्त और सनबर्न जैसे मामलों में भारी वृद्धि हुई है।
तेज बुखार और भूख खत्म होने के मामले बढ़े
पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस समेत शहर के निजी अस्पतालों में बड़ी संख्या में बच्चे पहुंच रहे हैं, जिन्हें 103 से 104 डिग्री तक का तेज बुखार हो रहा है। पैरासिटामोल की सामान्य खुराक से भी यह बुखार उतर नहीं रहा, जिससे परिजनों की चिंता बढ़ गई है। बच्चों की भूख लगभग खत्म हो चुकी है। पानी पीने पर भी तुरंत उल्टी हो जा रही है, जिससे कई बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ रहा है।
स्कूली बच्चों और छोटे बच्चों पर अलग-अलग असर
आइजीआइसी के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बीरेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक, छह वर्ष से कम उम्र के बच्चे जो घरों में ही रहते हैं, वे भीषण गर्मी की वजह से अधिक प्रभावित हो रहे हैं। वहीं, स्कूल जाने वाले बच्चे लंबे समय तक धूप में रहने और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने के कारण बीमार पड़ रहे हैं।
ठंडे पेय पदार्थों से गले में सूजन की समस्या
डॉक्टरों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में आइसक्रीम, अत्यधिक ठंडा पानी या कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से बच्चों के गले में सूजन की शिकायतें बढ़ी हैं। तेज बुखार, दस्त, उल्टी, डिहाइड्रेशन और वायरल संक्रमण के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं।
बच्चों को बीमारियों से कैसे बचाएं?
अगर बच्चे का बुखार दवा से न उतर रहा हो तो शरीर को गीले कपड़े से पोंछें, इससे तापमान नियंत्रित होगा। बड़े बच्चों को स्नान करवा सकते हैं। बच्चों की भूख कम होने पर उन्हें तरबूज, खीरा और अर्ध तरल भोजन देते रहें। स्कूली बच्चों को खाली पेट न भेजें, साथ ही पानी की बड़ी बोतल और टिफिन साथ जरूर दें।