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इस 'जीरो माइल' पर ऊपर से फोरलेन सड़क गुजरेगी जबकि नीचे सर्विस लेन बनाई जा रही है। निर्माण के बाद पटना से खगड़िया जाने वाले वाहन श्रीकृष्ण सेतु के पास सर्विस लेन से होकर बाएं मुड़ सकेंगे। वहीं, मुंगेर से मिर्जाचौकी की ओर जाने वाले वाहन सीधा फ्लाईओवर से ऊपर गुजरेंगे। बरियारपुर की ओर जाने वाले वाहन भी सर्विस लेन के जरिए जीरो माइल गोलंबर से आसानी से निकल सकेंगे।
तेलिया तालाब में बन रहे इस जीरो माइल गोलंबर को आकर्षक रूप दिया जा रहा है, जो पूरे जिले को एक नया लुक देगा। पटना से भागलपुर, कहलगांव, पीरपैंती जैसे क्षेत्रों में जाने वाले वाहन चालकों को अब सर्विस लेन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, वे सीधे फोरलेन मार्ग का लाभ ले सकेंगे।
सुविधाजनक कनेक्टिविटी की ओर एक और कदम
सफियसराय रेल गुमटी (टाटा मोटर्स के पास) के बाद जो फ्लाईओवर बन रहा है, वह तेलिया तालाब होते हुए ऋषिकुंड फोरलेन से सीधे जुड़ेगा। इस क्षेत्र में दिशा सूचक साइनबोर्ड भी लगाए जाएंगे ताकि वाहन चालकों को मार्गदर्शन मिल सके।
प्रोजेक्ट से जुड़े इंजीनियर पिंटू कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य में कुछ स्थानों पर भूमि अधिग्रहण की बाधाएं हैं, लेकिन काम काफी तेज गति से हो रहा है। गोलंबर को भव्य रूप देने की योजना है। इसका एक सिरा सफियसराय रेल गुमटी से पहले और दूसरा छोर शांतिनगर के पास रहेगा।
फोरलेन से समय और दूरी दोनों में कटौती
मुंगेर-मिर्जाचौकी ग्रीनफील्ड फोरलेन परियोजना को जुलाई 2025 तक पूरा करना था, लेकिन भूमि अधिग्रहण और बिजली टावर जैसी तकनीकी अड़चनों के कारण काम समय पर पूरा नहीं हो सका। अब इसका लक्ष्य जून 2026 तय किया गया है। इस फोरलेन से भागलपुर, कहलगांव, पीरपैंती और झारखंड की ओर जाना काफी आसान हो जाएगा।
अभी तक 55 प्रतिशत कार्य ही पूर्ण
5474 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में मुंगेर जिले में 22.5 किमी फोरलेन बनना है, जिसमें से अब तक केवल 55% कार्य पूरा हुआ है। महमदा क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण संबंधी समस्याओं के कारण देरी हुई है। परियोजना निदेशक मनीष कुमार के अनुसार जून 2026 तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
 
                     
                      
                                         
                                 
                                    




