
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पाकिस्तान के पहलगाम हमले के प्रतिशोध में भारत द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद तीन दिवसीय युद्ध में दोनों देशों के बीच तनाव और हुए आर्थिक नुकसान के बारे में नई रिपोर्टें सामने आई हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि इस सैन्य अभियान में भारत ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया है, जबकि भारत को हुए नुकसान का विश्लेषण भी किया गया है।
पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को पाकिस्तान में 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। इस ऑपरेशन के दौरान भारत ने महज एक घंटे में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें कथित तौर पर 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, जिसे भारत ने विफल कर दिया। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच लगभग 87 घंटे तक भीषण सैन्य संघर्ष चला।
युद्ध लागत और क्षति रिपोर्ट:
इस दौरान भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से लेकर आकाश मिसाइलों तक कई घातक हथियारों का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान पर कई हमले किए। इस ऑपरेशन में करीब 11 पाकिस्तानी हवाई ठिकाने नष्ट कर दिए गए। रिपोर्टों के अनुसार, भारत ने दो पाकिस्तानी जेएफ-17 और एक एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया। इसके अलावा पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली एचक्यू-9 भी नष्ट हो गई। इस बड़े भारतीय हमले में पाकिस्तान को भारी क्षति हुई और वह मात्र तीन दिन के भीतर ही युद्ध विराम पर सहमत हो गया।
हालिया संघर्ष के बाद विभिन्न रिपोर्टें सामने आई हैं, जिनमें दोनों देशों के बीच तनाव के कारण हुए सैन्य, व्यापार और अन्य नुकसान का आकलन किया गया है:
पाकिस्तान को नुकसान: एक रिपोर्ट के अनुसार, हालिया संघर्ष में पाकिस्तान को कुल वित्तीय नुकसान 18 से 22 अरब डॉलर के बीच होने की संभावना है । इसमें से प्रत्यक्ष सैन्य नुकसान 1.75 से 1.9 बिलियन डॉलर के बीच होने का अनुमान है, जबकि अन्य आर्थिक नुकसान 16 से 20 बिलियन डॉलर के करीब है। हालाँकि, ये आंकड़े अनुमानित हैं।
युद्ध की दैनिक लागत: इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 87 घंटे के इस युद्ध में हर घंटे 1 बिलियन डॉलर खर्च हो रहा था, जो कि प्रतिदिन लगभग 20 बिलियन डॉलर के बराबर है । रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यदि युद्ध पूरे एक महीने तक जारी रहता तो कुल लागत 500 बिलियन डॉलर से अधिक हो सकती थी, जिसमें अकेले भारत को लगभग 400 बिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पड़ता।
फॉरेन अफेयर्स फोरम के विश्लेषण के बाद एक ऐसी ही रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीमित टकराव में भारत को प्रतिदिन 1,460 करोड़ रुपये से 5,000 करोड़ रुपये तक का नुकसान हो सकता है । हालाँकि, ये रिपोर्टें न केवल सैन्य नुकसान का आकलन करती हैं, बल्कि व्यापार, निवेश और शेयर बाजार जैसे आर्थिक कारकों को भी ध्यान में रखती हैं। इससे पता चलता है कि इस सैन्य संघर्ष का दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।