img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भगवान शिव के प्रिय महीने सावन में शुरू हुई कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों का हुजूम पवित्र गंगाजल लेने के लिए देशभर से हरिद्वार पहुँच रहा है। आस्था के इस भव्य सैलाब के कारण धर्मनगरी हरिद्वार की सड़कों पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। अनुमान है कि इस बार पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए लाखों की संख्या में कांवड़िए हरिद्वार में गंगा जल भरने के लिए आ रहे हैं, जिससे शहर में चारों ओर भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

सबसे ज़्यादा भीड़ और ट्रैफिक जाम की समस्या राष्ट्रीय राजमार्ग-58 (NH-58) पर देखने को मिल रही है, जहाँ वाहन रेंगते हुए नज़र आ रहे हैं। यात्रियों को घंटों तक जाम में फंसना पड़ रहा है, जिससे आम जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। रोशनबाद से लालतराव पुल तक तो इतनी लंबी वाहनों की कतारें लग गईं कि स्थानीय निवासियों के साथ-साथ पर्यटकों को भी भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। पैदल कांवड़िए भी इतनी बड़ी भीड़ में आगे बढ़ने के लिए संघर्ष करते दिखाई दे रहे हैं।

कांवड़ यात्रा की इस विशाल भीड़ को नियंत्रित करना और यातायात को सुचारू बनाए रखना प्रशासन के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बन गई है। हरिद्वार पुलिस और यातायात पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए जगह-जगह रूट डायवर्जन किए हैं और अतिरिक्त बल तैनात किया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रखने के लिए भी विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं, जैसे कि पीने के पानी और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था।

जैसे-जैसे सावन मास अपने चरम पर पहुंच रहा है, उम्मीद है कि आने वाले दिनों में भक्तों की संख्या और भी बढ़ेगी, जिससे हरिद्वार की सड़कों पर भीड़ और दबाव भी बढ़ेगा। यह त्यौहार श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है, लेकिन प्रशासन के सामने भक्तों को सुरक्षित और सुविधापूर्ण अनुभव देने की एक बड़ी ज़िम्मेदारी है।