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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : रेल यात्रा अब और भी सुरक्षित होने जा रही है। अब सिर्फ रेलवे स्टेशन या ट्रेन नहीं, बल्कि रेलवे लाइनों की भी निगरानी होगी। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की नजर में हर गतिविधि आएगी, और इसे सीसीटीवी कैमरों के जरिए मॉनिटर किया जाएगा।

पूर्वोत्तर रेलवे ने इसके लिए कोचों और इंजनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना शुरू कर दी है। 372 इलेक्ट्रिक इंजनों और 2000 कोचों में कैमरे लगाने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है। इस वित्त वर्ष के भीतर यह काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

जानकारों के अनुसार, हर इंजन और जनरल कोच में छह-छह और आरक्षित कोचों में चार-चार कैमरे लगाए जाएंगे। इंजनों में दो कैमरे कैब के अंदर, एक-एक इंजन के आगे और पीछे, और दोनों साइड में एक-एक उच्च क्षमता वाले कैमरे लगाए जाएंगे।

कैमरों की व्यवस्था इस तरह होगी कि:

इंजन के अंदर के कैमरे चालक और कैब की गतिविधियों पर नजर रखेंगे।

आगे और पीछे लगे कैमरे पटरियों की निगरानी करेंगे।

साइड कैमरे रेल के पास की हर हलचल पर नजर बनाए रखेंगे।

आरक्षित और वातानुकूलित कोचों में चार-चार कैमरे और साधारण कोचों में छह कैमरे लगाए जाएंगे।

इससे सिर्फ चोरी, लूट, छिनैती या जहरखुरानी पर ही रोक नहीं लगेगी, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। सभी कैमरे सीधे आरपीएफ कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे, जिससे निगरानी और त्वरित कार्रवाई संभव होगी। गोरखपुर जंक्शन पर ही अब 62 कैमरे लग चुके हैं।

पूर्वोत्तर रेलवे की गोरखपुर-आनंदविहार एसी हमसफर, सेमी हाईस्पीड ट्रेन और वंदे भारत एक्सप्रेस में पहले से ही सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। अब नए इंजनों और कोचों में भी ये कैमरे लगाए जा रहे हैं। पुराने कोचों में कैमरे लगाने की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है।

रेलवे बोर्ड ने इस वित्त वर्ष में 11,000 से ज्यादा कोचों में कैमरे लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है। अगले दो वर्षों में सभी यात्री ट्रेनों के कोचों में सीसीटीवी कैमरे लग जाएंगे।

महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नए कोचों में पैनिक बटन भी लगाया जाएगा। यह बटन मोबाइल एप से जुड़ा होगा, जिससे आपात स्थिति में यात्री सीधे अलर्ट भेज सकेंगे। पैनिक बटन चालक और सुरक्षा दल को तुरंत सूचित करेगा।

साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित निगरानी प्रणाली के जरिए संदिग्ध गतिविधियों की पहचान भी की जाएगी।

“यात्रियों की सुरक्षा हमारी उच्च प्राथमिकता है। सभी कोच और लोकोमोटिव में कैमरे लगने से सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी।”
– पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे