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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के एक बड़े नेटवर्क पर शिकंजा कसते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुख्य आरोपी मोहम्मद उमर गौतम से जुड़े सहयोगी, मोहम्मद इदरीस उर्फ चाँगूर और जलालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है। मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी फंडिंग के बड़े नेटवर्क की जांच कर रही ED ने आज विशेष PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) अदालत के सामने पेश कर चाँगूर की 14 दिन की रिमांड हासिल कर ली।

मामला देश में बड़े पैमाने पर सुनियोजित धर्मांतरण रैकेट से जुड़ा है, जिसकी परतें लगातार खुल रही हैं। ED के अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह आर्थिक प्रलोभन, मानसिक दबाव और अन्य गैरकानूनी तरीकों से कमजोर व वंचित लोगों को इस्लाम धर्म में परिवर्तित करता था। इस रैकेट को चलाने के लिए भारी मात्रा में विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल किया जा रहा था।

चाँगूर और जलालुद्दीन, इस पूरे नेटवर्क में अहम भूमिका निभा रहे थे। बताया जा रहा है कि चाँगूर फंडिंग और ऑपरेशन के प्रबंधन में मुख्य सूत्रधार था, जबकि जलालुद्दीन भी विदेशी धन के प्रवाह में शामिल था। ईडी को अपनी जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने खाड़ी देशों सहित कई विदेशी स्रोतों से करोड़ों रुपये की फंडिंग प्राप्त की थी। इस धन का उपयोग धर्मांतरण गतिविधियों, प्रचार सामग्री और लोगों को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा था।

रिमांड मिलने के बाद, ED अब चाँगूर से इस नेटवर्क की गहन जानकारी, फंडिंग के स्रोत, पैसे के लेन-देन, धर्मांतरित किए गए व्यक्तियों की संख्या और इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों व संगठनों के बारे में पूछताछ करेगी। यह उम्मीद की जा रही है कि चाँगूर की पूछताछ से कई बड़े खुलासे हो सकते हैं और इस अंतर्राष्ट्रीय धर्मांतरण सिंडिकेट से जुड़े अन्य नाम भी सामने आ सकते हैं।

इससे पहले भी मोहम्मद उमर गौतम समेत कई आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। यह गिरफ्तारी ED की धर्मांतरण गिरोहों पर लगाम लगाने और विदेशी फंडिंग के दुरुपयोग को रोकने की चल रही मुहिम का हिस्सा है। उत्तर प्रदेश सरकार इस मामले को काफी गंभीरता से ले रही है और अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कड़े कदम उठाने की बात कह चुकी है।