
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) प्रशासन ने जुलाई से सितंबर तक तीन महीने के लिए पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगाने का फैसला किया है। एक जुलाई से 30 सितंबर तक यहां जंगल सफारी, साइकिल राइड और गंडक नदी की सफारी पूरी तरह से बंद रहेंगी। इस दौरान कोई भी पर्यटक जंगल की सैर नहीं कर सकेगा।
बारिश के कारण रास्ते और जंगल की स्थिति खराब
वन संरक्षक एवं क्षेत्रीय निदेशक डॉ. नेशामणि के अनुसार, मानसून के आगमन के साथ ही जंगल के रास्ते कीचड़ और फिसलन भरे हो गए हैं। इसके अलावा यह समय वन्यजीवों, विशेषकर बाघों की प्रजनन अवधि का होता है। ऐसे में जानवरों को सुरक्षित और शांत वातावरण देने के लिए यह निर्णय लिया गया है। यह निर्देश राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और प्रधान मुख्य वन संरक्षक, पटना के आदेश पर लिया गया है।
गंडक सफारी और सभी टूर पैकेज भी बंद
वाल्मीकिनगर, मंगुराहा और गोवर्धना वन क्षेत्र में जंगल सफारी के साथ-साथ गंडक नदी में संभावित जलस्तर वृद्धि को देखते हुए बोट सफारी पर भी रोक लगा दी गई है। बेतिया और पटना से संचालित एक, दो और तीन दिवसीय टूर पैकेज भी इस अवधि में नहीं चलेंगे।
पर्यटकों की संख्या में हुआ इजाफा
वन विभाग के अनुसार, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में सुविधाओं के विस्तार के कारण पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मोटर बोट और जंगल सफारी में बेहतर सुविधाओं की वजह से लोगों का रुझान बढ़ा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक कुल 5,38,634 पर्यटक VTR में पहुंचे। केवल गर्मियों की छुट्टियों में, यानी अप्रैल से 30 जून तक, 57,954 पर्यटक आए। 29 जून तक जंगल सफारी में 12,221 और गंडक सफारी में 1,958 लोगों ने हिस्सा लिया।