Prabhat Vaibhav,Digital Desk : कुछ साल पहले दीपावली के बाद दिन में हल्की ठंडक शुरू हो जाती थी, लेकिन इस साल 25 अक्टूबर तक लोग हाफ टी-शर्ट पहनकर आराम से घूम रहे हैं। इसका मुख्य कारण है कि प्रदेश में फिलहाल कोई सक्रिय मौसम तंत्र काम नहीं कर रहा है। आसमान में बादल छाए हैं, दिन में धूप निकल रही है, जिससे रात में भी जमीन पर्याप्त रूप से ठंडी नहीं हो पा रही। इसी वजह से न्यूनतम तापमान सामान्य से ज्यादा है।
आमतौर पर इस समय पछुआ हवा चलती है, लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से पुरवा हवा चल रही है। पुरवा हवा नमी लेकर आती है और नमी में संवेदनात्मक गर्मी होती है, इसलिए तापमान थोड़ा बढ़ गया है।
लखनऊ मौसम केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि औसत तापमान (30 वर्षों की तुलना में) अधिकतम में ज्यादा फर्क नहीं है, लेकिन न्यूनतम तापमान लखनऊ में सामान्य से लगभग 5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री अधिक है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह 1-3 डिग्री ज्यादा है। इस वजह से रात में कई जगह पंखे और कुछ जगह एसी तक चल रहे हैं। हालांकि, पिछले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री गिरा है, फिर भी गर्मी बनी हुई है।
आने वाले 48 घंटों में तापमान में बदलाव
डॉ. सिंह के अनुसार, प्रदेश में 28 अक्टूबर तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। लेकिन जैसे ही आसमान साफ होगा और सतही हवाएँ उत्तर-पूर्वी दिशा में चलेंगी, न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू होगी। अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक कम होगा, लेकिन अधिकतम तापमान में अगले तीन दिनों तक कोई खास बदलाव नहीं होगा।
दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बने निम्नदाब क्षेत्र का पश्चिम-उत्तर दिशा में बढ़ना 27 अक्टूबर की सुबह तक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। इसका मुख्य प्रभाव पूर्वी तटीय राज्यों पर होगा, लेकिन उत्तर प्रदेश भी आंशिक रूप से प्रभावित होगा। इसके बाद प्रदेश में बादलों की हल्की आवाजाही शुरू होगी। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी और 29-30 अक्टूबर को प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो सकती है।
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