Prabhat Vaibhav,Digital Desk : डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राउंड लंबे समय से शहर की खूबसूरती पर धब्बे की तरह बना हुआ है। यहां जमा कचरे का बड़ा पहाड़ पूरे शहर के लिए परेशानी और बदबू का कारण रहा है। लेकिन अब यह स्थिति ज्यादा दिनों तक रहने वाली नहीं है। जिस जगह को लोग बदबू और गंदगी के कारण पास से गुजरने से भी बचते थे, कुछ ही महीनों में वही जगह लोगों के लिए घूमने और पिकनिक मनाने की पसंदीदा जगह बन सकती है। यह सुनने में चाहे अजीब लगे, लेकिन आने वाले समय में यह पूरी तरह सच होता दिखेगा।
डंपिंग ग्राउंड का पुराना कचरा दिसंबर के अंत तक पूरी तरह हट जाएगा। इसके बाद इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड यहां नया सालिड वेस्ट आधारित कंप्रैस्ड बायो गैस (CBG) प्लांट लगाने का काम शुरू कर देगी। यह सिर्फ एक प्लांट नहीं होगा, बल्कि पूरी साइट को एक बेहतर, स्वच्छ और हरियाली से भरे क्षेत्र में बदलने की योजना है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों के अनुसार, परियोजना में इस्तेमाल होने वाली जमीन के 33 प्रतिशत हिस्से पर ग्रीन बेल्ट तैयार की जाएगी। इस पूरे क्षेत्र में पेड़-पौधे, झाड़ियां और हरियाली बढ़ाने के लिए विशेष लैंडस्केपिंग की जाएगी। पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए यह कदम अनिवार्य है।
मेयर हरप्रीत कौर बबला पिछले सप्ताह डंपिंग ग्राउंड का निरीक्षण कर चुकी हैं और उन्होंने यहां बड़े स्तर पर पौधारोपण करने की बात भी कही है।
नगर निगम और इंडियन ऑयल के बीच समझौता हो चुका है। इसके बाद इंडियन ऑयल दिसंबर से आधुनिक तकनीक वाला एसओएमएसडब्ल्यू बेस्ड सीबीजी प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर रही है। ग्राउंड पर काम शुरू होने के बाद प्लांट के निर्माण में करीब छह से आठ महीने का समय लगेगा। नगर निगम ने कंपनी से निर्धारित समय के भीतर काम पूरा करने को कहा है।
यह प्लांट वहां लगाया जाएगा जहां से पुराना कचरा हटाया जा रहा है। खाली हुई करीब 10 एकड़ जमीन नगर निगम ने एक रुपये की लीज पर इंडियन ऑयल को उपलब्ध करवाई है। यह जमीन अब शहर के कचरे की समस्या का समाधान बनते हुए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी।




