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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण का मतदान संपन्न होने के बाद जारी एग्जिट पोल के आंकड़ों में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) का प्रदर्शन चर्चा का केंद्र बन गया है। ज्यादातर एग्जिट पोल एनडीए को बहुमत मिलने का अनुमान लगा रहे हैं। सर्वे एजेंसी मैट्रिज-आईएएनएस के अनुमान के मुताबिक, हालांकि AIMIM ने इस बार 25 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन उसे केवल 2 से 3 सीटें मिलने का अनुमान है, और इसका अनुमानित वोट शेयर घटकर 1% रह गया है। ये नतीजे बताते हैं कि सीमांचल प्रदेश में AIMIM का प्रदर्शन 2020 (5 सीटों) के मुकाबले भी कमजोर रहा है।

मतदान समाप्त: एआईएमआईएम के प्रदर्शन पर एक नज़र

बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों के लिए मतदान संपन्न हो चुका है और 14 नवंबर को अंतिम नतीजों का इंतज़ार है। नतीजों से पहले आए विभिन्न एग्ज़िट पोल के आंकड़ों में, ज़्यादातर सर्वेक्षण एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर के बावजूद एनडीए को बहुमत मिलने की संभावना दिखा रहे हैं। इन नतीजों के साथ, सबकी नज़र हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के प्रदर्शन पर है।

एआईएमआईएम का प्रदर्शन अनुमान (मैट्रिज-आईएएनएस)

सर्वे एजेंसी मैट्रिज-आईएएनएस द्वारा जारी एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार, इस चुनाव में एआईएमआईएम के लिए कोई सकारात्मक संकेत नहीं हैं।

अनुमानित सीटें: एआईएमआईएम को इस बार केवल 2 से 3 सीटें जीतने का अनुमान है।

वोट शेयर: पार्टी का अनुमानित वोट शेयर घटकर मात्र 1% रह गया है।

अगर ये एग्जिट पोल सही हैं, तो इससे पता चलता है कि एआईएमआईएम 2020 के चुनावों में अपना प्रदर्शन दोहराने में सक्षम नहीं हो पाएगी।

2020 में AIMIM की रणनीति और प्रदर्शन

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कुल 25 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से 15 सीटें सीमांचल प्रदेश से हैं, जिसे पार्टी का गढ़ माना जाता है। यह क्षेत्र मुस्लिम बहुल है, जहाँ एआईएमआईएम को मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद थी।

हालाँकि, 2020 के चुनावों में AIMIM का प्रदर्शन इसके उलट रहा। उस समय पार्टी ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उनमें से पाँच पर जीत हासिल की थी, जबकि उसका वोट शेयर 1.3% था। उस समय हारने वाले AIMIM उम्मीदवार भले ही किसी सीट पर दूसरे नंबर पर न आए हों, लेकिन चार सीटों पर वे तीसरे नंबर पर रहे थे, जिससे महागठबंधन के वोट बंट गए थे।

एनडीए और महागठबंधन का सर्वे डेटा

मैट्रिज-आईएएनएस एग्जिट पोल के अनुसार, बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला था, लेकिन एनडीए को बहुमत मिलने का अनुमान है:

एनडीए: 147 से 167 सीटें (बीजेपी: 65-73, जेडीयू: 67-75)

महागठबंधन: 70 से 90 सीटें (राजद: 53-58, कांग्रेस: ​​10-12)

अन्य (एआईएमआईएम सहित): 2 से 6 सीटें