Prabhat Vaibhav,Digital Desk : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास खड़ी एक कार में सोमवार (10 नवंबर, 2025) को हुए शक्तिशाली विस्फोट से पूरे इलाके में दहशत और अफरा-तफरी फैल गई। इस भीषण घटना में हताहतों के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक के अनुसार, विस्फोट में घायल 15 लोगों को अस्पताल लाया गया था, जिनमें से 8 लोगों की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने विस्फोट के बाद के भयावह दृश्यों का वर्णन किया है, जहां शरीर के अंग बिखरे पड़े थे। इस घटना के बाद सुरक्षा को लेकर दिल्ली समेत कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
दिल्ली में अराजकता: लाल किला विस्फोट की गंभीरता
दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुए भीषण कार विस्फोट ने एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इससे आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है और दिल्ली समेत पड़ोसी राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
हताहतों की संख्या और घायलों की स्थिति
विस्फोट के तुरंत बाद घायलों को पास के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने हताहतों की संख्या की गंभीरता की जानकारी देते हुए बताया कि विस्फोट में घायल हुए कुल 15 लोगों को अस्पताल लाया गया था। दुर्भाग्य से, उनमें से 8 की अस्पताल पहुँचने से पहले ही मौत हो गई। बाकी घायलों का इलाज अभी जारी है। दमकल विभाग के उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी ए.के. मलिक ने पुष्टि की कि उन्हें शाम 7:29 बजे सूचना मिली और दमकल की सात गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं और आग पर काबू पा लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के भयावह विवरण
विस्फोट के बाद घटनास्थल पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने उस दृश्य को रोंगटे खड़े कर देने वाला बताया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "विस्फोट के बाद, हमने पहले मांस के टुकड़ों जैसा कुछ देखा, इसलिए हमें लगा कि यह किसी जानवर का मांस होगा। लेकिन जब हमने गौर से देखा, तो वह एक कटा हुआ इंसान का हाथ था। दृश्य इतना भयावह था कि उसे बयान नहीं किया जा सकता।" प्रत्यक्षदर्शी के विवरण से विस्फोट की तीव्रता और उससे हुई मौतों की भयावहता का पता चलता है।
जांच और सुरक्षा प्रश्न
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि विस्फोट के कारणों पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी क्योंकि जाँच अभी शुरुआती चरण में है। हालाँकि, सुरक्षा एजेंसियाँ, दिल्ली पुलिस और फ़ोरेंसिक टीमें मौके पर मौजूद हैं। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और विस्फोट के मूल कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जाँच जारी है। इस घटना ने एक बार फिर दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।




