वर्ल्ड डेस्क. पूरी दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दहशत मचा रखी है। ओमिक्रॉन का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अभी तक दुनिया भर के 128 देश मे ओमिक्रॉन के मामले की पुष्टि हुई है। जिसकी वजह से दुनिया भर को आगाह करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि ओमिक्रॉन को हमे कमजोर समझने की गलती नहीं करनी चाहिए।
WHO) की मुख्य वैज्ञानिक का कहना है कि ओमिक्रॉन खतरनाक तरीके से लोगों को संक्रमित कर रहा है। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था में हलचल मच सकती है। साथ ही साथ स्वामीनाथन ने वैश्विक स्तर पर एक अपील की है। उन्होंने कहा की अत्यधिक संख्या में मरीजों की जांच। सलाह और निगरानी कर रहे सभी प्रकार के संसाधन में मजबूती प्रदान करने की जरूरत है। क्योंकि देश में ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या कभी भी अचानक से बढ़ सकती है।
विषाणु वैज्ञानिक और कोविड -19 टेक्निकल टीम की प्रमुख मारिया वेनकरखोवे ने बताया की ओमिक्रॉन कोई सामान्य तौर पर होने वाली सर्दी नहीं है। भले ही डेल्टा के मुकाबले मे इससे संक्रमित होने वाले लोगों मे अस्पताल पहुचने का खतरा कम हो पर इसे कमजोर नहीं समझना चाहिए क्योंकि इसके मामले तेजी से बढ़ रहे है।
भारत में ओमिक्रॉन के कुल 3,071 मामले
विश्व के साथ ही भारत में भी कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रान भी लगातार बढ़ता जा रहा है। देश के 27 राज्यों और केंद्र प्रशासित प्रदेशों में ओमिक्रान के कुल 3,071 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 1,203 मरीज ठीक हो चुके हैं। इस नए वैरिएंट के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से आ रहे हैं। यहां कुल 876 मामले हो चुके हैं जिनमें से 381 लोग ठीक होकर वापिस जा चुके हैं।