Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार चुनाव में पहले चरण के मतदान से पहले, जदयू उम्मीदवार और विवादास्पद पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह को जन सुराज कार्यकर्ता दुलार चंद यादव की हत्या के सिलसिले में 1 नवंबर की आधी रात को पटना में गिरफ्तार कर लिया गया। पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस मामले की जाँच जारी रखे हुए है। इस गिरफ्तारी ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचा दी है।
गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह की फेसबुक पर प्रतिक्रिया
अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद पहली प्रतिक्रिया उनके आधिकारिक फेसबुक पेज पर आई। एक छोटा सा वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें बिहार पुलिस उन्हें हिरासत में लेती दिख रही है। वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "सत्यमेव जयते!! मुझे मोकामा की जनता पर पूरा भरोसा है!! इसलिए अब मोकामा की जनता ही चुनाव लड़ेगी!" इस बयान से साफ़ ज़ाहिर होता है कि अनंत सिंह अपने समर्थकों में विश्वास जगाने और खुद को एक राजनीतिक साज़िश का शिकार बताने की कोशिश कर रहे हैं।
मोकामा में हिंसा से तनाव बढ़ा
30 अक्टूबर को मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान हुई हिंसा में 75 वर्षीय जन सुराज कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की मौत हो गई। खबरों के मुताबिक, दो राजनीतिक समूहों के बीच झड़प के बाद पथराव और गोलीबारी हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इस घटना से इलाके में तनाव बढ़ गया, जिससे प्रशासन को सुरक्षा कड़ी करनी पड़ी। पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि "चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
मोकामा को
लंबे समय से बिहार की राजनीति में "ताकतवर" नेताओं का गढ़ माना जाता है। अनंत सिंह, उनके भाई दिलीप सिंह और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह राज्य की राजनीति में प्रमुख हस्तियां रहे हैं। इस बार मोकामा सीट पर जदयू के अनंत सिंह और राजद की वीणा देवी (सूरजभान सिंह की पत्नी) के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों उम्मीदवार भूमिहार समुदाय से हैं, जिससे मुकाबला और दिलचस्प हो जाता है। मोकामा में पहले चरण का मतदान 6 नवंबर, दूसरे चरण का 11 नवंबर और मतगणना 14 नवंबर को होगी।

_1385278893_100x75.jpg)


