नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा हाल ही में राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (National Monetisation Pipeline) की घोषणा की गयी थी। जिसको लेकर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लेते हुए सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कोविड-19 की स्थिति और टीकाकरण की धीमी रफ्तार पर चिंता जताते हुए लोगों को अपना ध्यान खुद रखने की सलाह दी है। राहुल गाँधी शुरू से ही कोविड संक्रमण को लेकर सरकार की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं। इसके साथ ही हमेशा वो टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की मांग भी करते आए हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोविड के मरीजों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। अगली लहर में गंभीर परिणामों से बचने के लिए टीकाकरण में तेजी आनी चाहिए। कृपया अपना ध्यान खुद रखें क्योंकि भारत सरकार इस वक्त बिक्री में व्यस्त है। इससे पहले भी उन्होंने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (National Monetisation Pipeline) पर दो ट्वीट किए थे। पहले में उन्होंने लिखा- “सबसे पहले ईमान बेचा और अब…#IndiaOnSale।” इसके बाद दूसरे में सांसद ने लिखा कि राष्ट्रीय ‘मित्रि’करण योजना, रोड-रेल-एयरपोर्ट-बिजली-गैस-पेट्रोल-माइन-स्टेडियम-गोदाम।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में बीते 24 घंटों में 46,164 नए केस सामने आए हैं, जबकि 607 लोगों ने अपनी जान गंवाई। ऐसे में अब कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 3,25,57,782 हो गई है, जिसमें से 4,36,396 की मौत हुई, जबकि 3,17,81,052 ठीक हो चुके हैं। ऐसे में एक्टिव केस की संख्या 3,27,580 ही है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक देश में वैक्सीन की 60 करोड़ से ज्यादा डोज दी जा चुकी हैं। (National Monetisation Pipeline)
जब से केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (National Monetisation Pipeline) की घोषणा की है, तब से कांग्रेस और राहुल उस पर हमलावर हैं। बुधवार को निर्मला सीतारमण ने पहले राहुल गांधी से ये पूछना चाहिए कि क्या वो मुद्रीकरण की समझते हैं या नहीं। मोदी सरकार ने ये फैसला सोच समझकर लिया है। कांग्रेस ही वो पार्टी है, जिसने देश के संसाधनों को बेचा और रिश्वत ली।