
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब की राज्यसभा सीट के उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी बने नवनीत चतुर्वेदी को बुधवार को चंडीगढ़ पुलिस की हिरासत से उठाकर पंजाब (रोपड़) पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। रोपड़ कोर्ट के आदेश और हाईकोर्ट से राहत न मिलने के बाद, चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें पंजाब पुलिस के हवाले किया।
पुलिस ने नवनीत को रात लगभग साढ़े आठ बजे हिरासत में लिया और सीधे रोपड़ ले गई। इससे पहले, पंजाब और चंडीगढ़ पुलिस के बीच तनातनी भी देखी गई। जानकारी के अनुसार, पिछले दिन से ही पंजाब पुलिस के 50 से अधिक अधिकारी नवनीत को गिरफ्तार करने के लिए चंडीगढ़ के सेक्टर-3 थाने में मौजूद थे।
रोपड़ की अदालत ने चंडीगढ़ के सेक्टर-3 थाना प्रभारी से चार दिन के भीतर यह रिपोर्ट देने को कहा कि नवनीत को किन आरोपों में हिरासत में रखा गया। इस गिरफ्तारी की शुरुआत 14 अक्टूबर को हुई याचिका के बाद हुई थी, जिसे चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सुखविंदर सिंह की अदालत में दाखिल किया गया था।
दरअसल, रोपड़ के विधायक एडवोकेट दिनेश चड्ढा की शिकायत पर 13 अक्टूबर की रात 11.35 बजे थाना सिटी रोपड़ में FIR नंबर 275 दर्ज की गई। शिकायत में आरोप लगाया गया कि नवनीत ने राज्यसभा नामांकन में विधायक के फर्जी हस्ताक्षर किए और झूठा समर्थन प्रस्तुत किया।
हाई कोर्ट में नवनीत के वकील ने बताया कि जिन दस विधायकों ने उनके नाम का प्रस्ताव किया था, उनके नाम सार्वजनिक कर दिए गए। इससे उन पर राजनीतिक दबाव बनाया गया और इन विधायकों के खिलाफ कई FIR दर्ज कर दी गई। हाई कोर्ट ने पंजाब सरकार से सवाल किया कि “नवनीत चतुर्वेदी ने आखिर क्या अपराध किया है?”
पंजाब के एडवोकेट जनरल ने जवाब दिया कि नवनीत ने कथित फर्जी दस्तावेज और हस्ताक्षर किए हैं। अदालत ने एजी से पूछा कि यह जानकारी कहां से मिली, और एजी ने कहा कि सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। हाई कोर्ट ने कहा कि यदि विधायकों का साथ नहीं है, तो नवनीत के पीछे क्यों पड़े हैं। नवनीत ने अपने खिलाफ दर्ज फर्जीवाड़े से जुड़े मामलों को पंजाब से बाहर ट्रांसफर करने की मांग की।
नवनीत के वकील ने यह भी अनुरोध किया कि उन्हें बताया जाए कि उनके खिलाफ कितनी FIR दर्ज हैं, ताकि वे कानूनी तरीके से जवाब दे सकें। हाई कोर्ट ने सभी पक्षों को नोटिस जारी किया और 4 नवम्बर को जवाब तलब किया है।
बुधवार रात लगभग 9.50 बजे रोपड़ पुलिस ने नवनीत को सिटी स्टेशन पहुंचाया। पुलिस स्टेशन के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई और गेट बंद कर दिया गया। वीरवार सुबह उनका मेडिकल परीक्षण होगा और इसके बाद कोर्ट में पेश कर पुलिस उनका रिमांड मांगेगी।