धर्म डेस्क. हिंदू धर्म में सकट चौथ का विशेष महत्व होता है। इस पावन दिन भगवान श्री गणेश की पूजा- अर्चना की जाती है। भगवान श्री गणेश प्रथम पूजनीय देव हैं। सकट चौथ व्रत में चांद की पूजा का विशेष महत्व होता है। चंद्रमा की पूजा के बिना ये व्रत अधूरा माना जाता है। सकट चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत पूर्ण माना जाता है। करवा चौथ के चांद की तरह ही व्रती महिलाओं को आज चांद के दीदार का बेसब्री से इंतजार रहता है। आइए जानते हैं आपके शहर में कितने बजे दिखेगा चांद…
अर्घ्य देने से पहले भगवान श्री गणेश का ध्यान कर इस मंत्र का जप करें- गजाननं भूत गणादि सेवितं,कपित्थ जम्बू फल चारू भक्षणम्।उमासुतं शोक विनाशकारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम्॥ इस मंत्र का जाप करने बाद भगवान गणेश को पुष्प अर्पित करें।
चंद्रमा के दर्शनों के बाद ऐसे दें अर्घ्य- चंद्रमा को अर्घ्य शहद, रोली, चंदन और रोली मिश्रित दूध से देना चाहिए। कुछ जगहों पर महिलाएं व्रत तोड़ने के बाद सबसे पहले शकरकंद खाती हैं।