कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लगातार लोगों को मौत की नींद सुला रहे डेंगू के तेज संक्रमण रोकथाम के लिए राज्य सरकार अब सक्रियता से कदम उठा रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्य के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
राज्य के मुख्य सचिव हरि कृष्ण द्वीवेदी ने आज सचिवालय में चार जिलों के डीएम के साथ बैठक की। बैठक में कोलकाता नगर आयुक्त और सीएमओएच उपस्थित थे। बैठक में राज्य में डेंगू से निपटने के लिए कई फैसले लिये गये। वहीं, प्रशासन ने स्थिति में सुधार होने तक सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मियों की छुट्टियां रद्द करने का फैसला किया है।
बैठक में मुख्य सचिव ने डेंगू के खिलाफ समग्र लड़ाई पर विशेष जोर दिया। जिलाधिकारियों को डेंगू की रोकथाम के प्रबंधन पर चर्चा के लिए सभी पार्षदों के साथ नियमित बैठकें करने का निर्देश दिया गया है। आज की बैठक में निर्माणाधीन इमारतों, बंद फैक्ट्रियों और खाली जगहों से निकलने वाले कचरे की सफाई पर भी जोर दिया गया। साथ ही रेलवे और मेट्रो रेल अधिकारियों से भी अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाने का अनुरोध किया गया है। यही बात सभी सरकारी एजेंसियों से भी कही गई है। साथ ही इस दिन बैठक में शहर व उपनगरीय बाजार क्षेत्रों में सफाई कार्य में तेजी लाने का आदेश दिया गया।
यदि कोई व्यक्ति अपने ही क्षेत्र में डेंगू से बचाव के नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। साथ ही अस्पताल परिसर में विशेष सफाई अभियान चलाने को कहा गया है। जिला पर्यवेक्षक टीम के सदस्य डेंगू की स्थिति पर नजर रखने के लिए नियमित रूप से सरकारी और निजी अस्पतालों का दौरा करेंगे। साथ ही निजी चिकित्सा संस्थानों से राज्य सरकार की डेंगू गाइडलाइन का पालन करने का अनुरोध किया गया है। वहीं बस्तियों और हॉटस्पॉट इलाकों में मच्छरदानी बांटने की बात कही गई है। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में 24 x 7 डेंगू परीक्षण की सुविधा भी रखी जाएगी।