Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर, 2025 को ओमान का दौरा किया और अपने संबोधन में कहा, "समुद्र की लहरें बदलती हैं... ऋतुएं बदलती हैं... लेकिन भारत-ओमान की मित्रता हर ऋतु के साथ और मजबूत होती जाती है। यह हर ऋतु के साथ नई ऊंचाइयों को छूती है।"
भारत-ओमान की दोस्ती हजारों वर्षों तक कायम रहेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “आज हम ऐतिहासिक फैसले लेने जा रहे हैं, जिनकी गूंज वर्षों तक सुनाई देगी। हमारा रिश्ता भरोसे की नींव पर बना है। आज हमारे राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे हो गए हैं। हमारे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत हुए हैं। भारत और ओमान की मित्रता हर मौसम के साथ और मजबूत होती जा रही है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मुझे सात साल बाद ओमान आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। आज मुझे आप सभी से बात करने का अवसर मिला है। आज का शिखर सम्मेलन भारत-ओमान साझेदारी को एक नई दिशा और गति प्रदान करेगा।"
भारत-ओमान साझेदारी एक नया अध्याय लिखेगी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। हमें भारत-ओमान साझेदारी को एक नए स्तर पर ले जाना चाहिए। हमने दर्जनों श्रम कानूनों को घटाकर केवल चार कर दिया है। विश्व में अनिश्चितता का माहौल है। पिछले 11 वर्षों में भारत ने अपने आर्थिक स्वरूप को पूरी तरह से बदल दिया है। विविधता में एकता हमारी संस्कृति की आधारशिला है।
भारत की प्रगति से ओमान को भी लाभ होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हम दोनों देशों की संस्कृति का सम्मान करते हैं। यह शिखर सम्मेलन भारत-ओमान संबंधों की प्रगति को एक नई दिशा देगा। हम जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। इससे ओमान को भी कई तरह से लाभ होगा। भारत-ओमान का इतिहास पीढ़ियों से जुड़ा हुआ है। हमें नए आत्मविश्वास और ऊर्जा के साथ आगे बढ़ना होगा। व्यापार से शुरू हुए इस रिश्ते को शिक्षा के माध्यम से और मजबूत किया जाएगा।"




