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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत द्वारा 75 साल की उम्र पूरी करने के बाद नेताओं को पद छोड़ने की सलाह दिए जाने के बाद अब आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस बयान पर तंज कसा है। आप के दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके बनाए शासन की याद दिलाते हुए कहा कि अब RSS भी संकेत दे रहा है कि नरेंद्र मोदी को 75 साल की उम्र पूरी करने के बाद प्रधानमंत्री पद छोड़ देना चाहिए।

आप का व्यंग्य और राजनीतिक व्याख्या

सौरभ भारद्वाज ने कहा, "यह बात सिर्फ़ प्रधानमंत्री मोदी पर ही नहीं, बल्कि नीतीश कुमार और सभी दलों के सांसदों, विधायकों, मुख्यमंत्रियों पर भी लागू होती है, लेकिन प्रधानमंत्री का पद देश का सर्वोच्च पद है. इसकी परंपरा का पालन पूरे देश का राजनीतिक नेतृत्व करता है, चाहे वो इसे पसंद करें या नहीं. इसलिए आरएसएस अपनी तरफ़ से संकेत तो दे सकता है, लेकिन आदेश नहीं दे सकता."

इस बयान के ज़रिए आप ने बीजेपी और ख़ासकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है, क्योंकि माना जाता है कि बीजेपी की 75 साल से ज़्यादा उम्र के नेताओं को सक्रिय राजनीति से रिटायर करने की अघोषित नीति है। हालाँकि, प्रधानमंत्री मोदी को इस नीति से बाहर रखा गया है।

' उम्मीद है भाजपा इस ओर ध्यान देगी '

सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, "इस संकेत को मानना या न मानना भाजपा के हाथ में है। हमें उम्मीद है कि भाजपा इस पर ध्यान देगी। प्रधानमंत्री ने स्वयं नियम बनाया था, इसका पालन करते हुए वह पार्टी और देश का नेतृत्व किसी योग्य व्यक्ति को सौंपेंगे।"

यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि आरएसएस प्रमुख का यह बयान अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की आंतरिक नीतियों और नेतृत्व पर सवाल उठाता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इस बयान का राजनीति पर क्या असर पड़ता है।