
(US President Vsit)
जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए देश की राजधानी नई दिल्ली सज-धज के तैयार है। मेहमानों का आना भी शुरू हो गया है। इस बैठक में शामिल होने के लिए कई देशों के राष्ट्रप्रमुख दिल्ली पहुंच चुके हैं । इस समय राजधानी की सुरक्षा बहुत कड़ी कर दी गई है। चप्पे-चप्पे सुरक्षा के लिए जवानों की तनाती की गई है। इस समिट के लिए सबसे खास विदेशी मेहमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन होने वाले हैं। जो बाइडेन अब 8 सितंबर को राजधानी दिल्ली पहुंचेंगे। पहले उनके आने का कार्यक्रम आज था लेकिन अब एक दिन बाद यानी शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति भारत आएंगे। अब व्हाइट हाउस ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि वो अमेरिका से जर्मनी के रैम्स्टीन शहर जाएंगे। वहां से भारत आएंगे।
खास बात ये है कि राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडेन का ये पहला भारत दौरा है। इस दौरे में वो जी-20 सम्मेलन में शिरकत करने के साथ-साथ पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। ये वार्ता कल होनी है। माना जा रहा है कि इस वार्ता में भारत-अमेरिका के बीच बढ़ते सहयोग को और विस्तार दिया जाएगा। वैसे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया के जकार्ता में हैं। इंडोनेशिया में प्रधानमंत्री करीब 10 घंटे ही रहेंगे। पीएम मोदी आज शाम तक इंडोनेशिया से लौटेंगे। दिल्ली एयरपोर्ट पर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन का स्वागत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जा सकते हैं।
बता दें कि जो बाइडेन सिर्फ जी20 समिट में हिस्सा लेने के लिए नहीं आ रहे हैं, उनकी तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्विपक्षीय बातचीत भी होगी। ये बातचीत आठ सितंबर को होने जा रही है जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा होनी है, कई अहम प्रस्तावों को हरी झंडी दिखानी है। अगले दो दिनों तक जी20 शिखर सम्मेलन में आयोजित सत्रों में हिस्सा लेंगे, और बाद में वह वियतनाम की यात्रा करेंगे। बता दे की जी-20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को प्रगति मैदान, नई दिल्ली के अत्याधुनिक भारत मंडपम कन्वेंशन सेंटर में होने वाला है। जो बाइडेन की सुरक्षा में भारतीय एजेंसियों के साथ-साथ अमेरिका की सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स भी मौजूद रहेंगे। वैसे यहां ये समझना जरूरी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा बेहद खास रहती है। इतनी खास कि एक परिंदा भी पर नहीं मार सकता है।
बाइडेन की सुरक्षा के लिए अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की टीम भारत पहुंच चुकी है--
बाइडेन की सुरक्षा के लिए अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की टीम 3 दिन पहले ही भारत पहुंच चुकी है। बाइडेन सीक्रेट सर्विस के 300 कमांडो के सुरक्षा घेरे में रहेंगे। दिल्ली की सड़कों पर निकलने वाला सबसे बड़ा काफिला भी उनका ही होगा।
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइडेन के लिए दुनिया की सबसे सेफ कार ‘द बीस्ट’ में बैठकर वो G-20 समिट के लिए जाएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति के आने से पहले उनकी द बीस्ट कार सिक्योरिटी कवर के साथ अमेरिकी वायुसेना के ग्लोबमास्टर एयरक्राफ्ट में दिल्ली पहुंच गई है इसका भी मुआयना सीक्रेट सर्विस एजेंट करते हैं। जब जो बाइडेन लैंड करेंगे तो कुल मिलाकर 50 कारों का काफिला होगा, जिसमें 2 बीस्ट कार होंगी। बीस्ट कार बख्तर बंद कारें हैं। इस पर गोलियों का भी कोई असर नहीं होता है। ये स्टील एल्युमीनियम सिरेमिक टाइटेनियम से बनी होती हैं। ये बुलेट प्रूफ होने के साथ केमिकल बायोलॉजिकल और न्यूक्लियर खतरे से बचाती हैं। बाइडेन के कारकेड में 50 से ज्यादा वाहन शामिल किए जाएंगे।
चीन, ब्रिटेन और रूस के प्रधानमंत्रियों के आतंरिक घेरे की सुरक्षा की जिम्मेदारी चीन ब्रिटेन और रूस की सुरक्षा एजेंसियों के दस्ते भारतीय सिक्योरिटी एजेंसी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उठाएंगे। सुरक्षा से जुड़ा साजो सामान इन देशों से दिल्ली लाया जा चुका है। कई देश हथियार और खोजी कुत्ते भी अपने देश से भारत लेकर आ चुके हैं। बता दें कि जी20 समिट के लिए आईटीसी मौर्य, ताज पैलेस, द ओबेरॉय, द लोधी, द इंपीरियल और ली मेरिडियन सहित प्रमुख होटलों में कमरे बुक किए गए हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के आईटीसी मौर्या शेरेटन में रुकने की उम्मीद है। होटल में हर मंजिल पर सीक्रेट सर्विस कमांडो होंगे और उन्हें 14वीं मंजिल पर उनके कमरे तक ले जाने के लिए एक विशेष लिफ्ट लगाई गई है। बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति बाइडेन और उनके कर्मचारियों की मेजबानी के लिए होटल में लगभग 400 कमरे बुक किए गए हैं। यह होटल पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश, बिल क्लिंटन और बराक ओबामा के साथ-साथ अन्य राष्ट्राध्यक्षों की मेजबानी कर चुका है।