img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रयागराज पहुंचे, और उनका पूरा फोकस आने वाले 'महाकुंभ 2025' की तैयारियों पर रहा। उन्होंने जिले के आला अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की, जिसमें साफ़ तौर पर कहा कि कुंभ के कामों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और गुणवत्ता के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। उनके साथ पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद, स्वास्थ्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे।

कुंभ पर खास जोर:

मुख्यमंत्री ने कुंभ मेले के सभी बड़े प्रोजेक्ट्स, जैसे सड़कें, पुल, घाटों का सौंदर्यीकरण और अन्य सुविधाओं के निर्माण पर बारीक से नज़र डाली। उन्होंने निर्देश दिया कि हर हाल में काम समय पर पूरे हों। उनका स्पष्ट कहना था कि अगर किसी प्रोजेक्ट में देरी हुई या गुणवत्ता खराब मिली, तो तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों से कहा गया कि वे सभी विभाग आपस में तालमेल बनाकर काम करें और नियमित रूप से कामों की निगरानी करें। कुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि वैश्विक पहचान बनाने वाला महोत्सव है, इसलिए तैयारियां बेहतरीन होनी चाहिए।

प्रयागराज और विंध्याचल के विकास पर भी नजर:

कुंभ के साथ-साथ मुख्यमंत्री ने प्रयागराज जिले में चल रहे दूसरे विकास कार्यों की भी समीक्षा की। इसके अलावा, विंध्याचल मंडल (जिसमें माँ विंध्यवासिनी कॉरिडोर का भव्य निर्माण शामिल है) के लिए भी चल रही परियोजनाओं का लेखा-जोखा लिया। उनका जोर रहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई, महिला सशक्तिकरण और युवाओं को रोजगार दिलाने वाली योजनाएं धरातल पर दिखें। किसानों और महिलाओं से जुड़ी योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे, इसकी भी उन्होंने पूरी जानकारी ली।

कानून व्यवस्था पर सख्त संदेश:

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था की भी गहन समीक्षा की। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा कि लूट, डकैती, गोकशी जैसे अपराधों पर सख्ती से लगाम लगाई जाए। पुलिस की गश्त और सक्रियता बढ़ा दी जाए ताकि अपराधियों में डर बना रहे। साथ ही, भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री बहुत गंभीर दिखे; उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने ये भी साफ कर दिया कि कानून व्यवस्था में किसी भी तरह की राजनीतिक दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जनता की शिकायतों को भी गंभीरता से सुनने और उनका समाधान करने के निर्देश दिए।

संक्षेप में, मुख्यमंत्री योगी का यह प्रयागराज दौरा एक संदेश था – 'महाकुंभ 2026' को भव्य बनाने के साथ-साथ पूरे क्षेत्र का विकास और नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता पर है।