img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : ज्योतिष एक ऐसी विद्या है जो हमें शुभ और अशुभ घटनाओं के संकेत देती है। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि उनका भविष्य कैसा होगा। जब भी ग्रहों की चाल समय-समय पर राशि बदलती है, तो न केवल राशि चक्र बल्कि नक्षत्र भी बदलता है, जिसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर दिखाई देता है। ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, देवगुरु गुरु का गोचर अन्य ग्रहों की तुलना में बहुत शुभ माना जाता है। वहीं, बृहस्पति की वक्री गति भी बहुत लाभकारी साबित होती है। वैदिक कैलेंडर के अनुसार, 5 दिसंबर को देवगुरु गुरु कर्क राशि को छोड़कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। बृहस्पति के इस परिवर्तन से कुछ राशियों को सीधा लाभ होगा। आइए जानते हैं कि बृहस्पति का गोचर किन भाग्यशाली राशियों के लिए शुभ है।

मेष राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर शुभ रहेगा। जीवन में नए अवसर खुलेंगे और पुराने प्रयासों में सफलता मिलती रहेगी। आर्थिक लाभ की संभावना है, लेकिन निवेश के मामले में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, इसलिए सोच-समझकर निवेश करें। नौकरी में बदलाव से प्रभावशाली लोगों से संबंध बन सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। आर्थिक स्थिरता मजबूत हो सकती है और कोर्ट-कचहरी के मामलों में राहत मिल सकती है। अविवाहित लोगों के रिश्तों में स्थिरता आने की संभावना है और प्रेम में एक नई शुरुआत होने की उम्मीद है।

मिथुन- बृहस्पति कर्क राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए इस गोचर का सबसे ज़्यादा लाभ मिथुन राशि वालों को होगा। उन्हें अपने करियर में एक नई दिशा मिलेगी, साथ ही कार्यस्थल पर बॉस का सहयोग भी मिलेगा। काम में निरंतरता बनाए रखने से वेतन वृद्धि और पदोन्नति की संभावना है। छात्रों को इस दौरान कड़ी मेहनत करनी चाहिए, क्योंकि चीज़ें उनके पक्ष में होंगी। मेहनत रंग लाएगी। विवाहित लोगों के लिए भी यह समय अपनी गलतियों को सुधारने और नए रिश्ते की शुरुआत करने का अच्छा समय है।

सिंह- बृहस्पति की वक्री चाल का सिंह राशि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जीवन में सकारात्मक बदलाव शुरू हो सकते हैं। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। परिवार के सदस्यों के साथ संबंध और मज़बूत होंगे। यह समय आपके करियर के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। नए प्रोजेक्ट मिलेंगे और नए लोगों से संबंध बनेंगे। आर्थिक लाभ के प्रबल योग बन रहे हैं।

तुला राशि वालों के लिए भी बृहस्पति का गोचर लाभकारी रहेगा। साझेदारी में व्यापार करने वालों को लाभ होगा। दाम्पत्य जीवन में सामंजस्य बढ़ेगा। मानसिक तनाव कम होगा और निर्णय लेने की क्षमता मज़बूत होगी।