
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : क्या आप सुबह उठते ही चिंतित, घबराए हुए या तनावग्रस्त महसूस करते हैं? क्या आपका दिन अक्सर नकारात्मक विचारों और चिंताओं के साथ शुरू होता है? अगर हाँ, तो आप मॉर्निंग एंग्जायटी के शिकार हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति सुबह उठते ही अत्यधिक चिंता और तनाव का अनुभव करता है। जिसका असर आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। ये लक्षण मॉर्निंग एंग्जायटी के संकेत हैं।
तेज़ हृदय गति और घबराहट: अगर सुबह उठते ही आपकी हृदय गति बढ़ जाती है और आपको बिना किसी कारण के घबराहट महसूस होती है, तो यह चिंता का एक बड़ा संकेत है। अक्सर ऐसा लगता है कि कुछ अप्रिय होने वाला है, जबकि वास्तव में ऐसा कोई कारण नहीं होता।
हाथ-पैरों में बेचैनी और कंपन: अगर आपको सुबह उठते ही बेचैनी महसूस होती है और आपके हाथ-पैर काँपने लगते हैं, तो यह गंभीर मॉर्निंग एंग्जायटी का संकेत है। इससे आपको शारीरिक रूप से थकान और ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है।
नकारात्मक विचार: सुबह की चिंता से ग्रस्त लोग अक्सर सुबह उठते ही नकारात्मक विचारों से घिर जाते हैं। वे भविष्य की चिंता, रोज़मर्रा के कामों के अत्यधिक दबाव और हर छोटी-छोटी बात पर ज़रूरत से ज़्यादा सोचने लगते हैं। ये चीज़ें उन्हें मानसिक रूप से थका देती हैं और दिन की शुरुआत को बोझिल बना देती हैं।
सिरदर्द और मांसपेशियों में तनाव: सुबह उठते ही लगातार सिरदर्द और गर्दन या कंधे की मांसपेशियों में तनाव भी चिंता का एक लक्षण हो सकता है। तनाव मांसपेशियों में कसाव पैदा करता है, जिससे दर्द और बेचैनी होती है।
सुबह की चिंता से राहत पाने के उपाय
अगर आप इनमें से कई लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो अपनी नींद की आदतों में सुधार करें। सुबह ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करें। अपनी दिनचर्या में नियमित व्यायाम शामिल करें। कैफीन और चीनी का सेवन कम करें। अगर लक्षण गंभीर हैं और आपके दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहे हैं, तो मनोचिकित्सक से परामर्श लेना ज़रूरी है।