
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ का करारा जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने किसानों के हितों से समझौता नहीं करेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को रूस के साथ तेल व्यापार के लिए भारत पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इस अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ के साथ अब अमेरिका ने भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले हफ्ते भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि वह रूस के साथ व्यापार करने पर भारत पर अलग से जुर्माना लगाएंगे। फिर बुधवार को उन्होंने रूस के साथ व्यापार करने पर अलग से जुर्माने के तौर पर भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगा दिया।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi says, "For us, the interest of our farmers is our top priority. India will never compromise on the interests of farmers, fishermen and dairy farmers. I know personally, I will have to pay a heavy price for it, but I am ready for it.… pic.twitter.com/W7ZO2Zy6EE
— ANI (@ANI) August 7, 2025
भारत किसानों, मछुआरों और डेयरी क्षेत्र से जुड़े लोगों के हितों के साथ कभी समझौता नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित एक सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए कहा कि किसानों का हित भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत किसानों, मछुआरों और डेयरी क्षेत्र से जुड़े लोगों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा। पीएम मोदी ने सम्मेलन में कहा, "अगर किसानों के हितों की रक्षा के लिए मुझे कीमत चुकानी पड़े, तो मैं इसके लिए तैयार हूँ।"
ट्रम्प अब भारत पर और प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के बाद भी संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि वह रूस के साथ व्यापार करने पर भारत पर द्वितीयक प्रतिबंध भी लगाएंगे। ट्रंप ने कहा था कि रूस से तेल खरीदने के मामले में भारत चीन के काफी करीब है और अब उसे 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ के साथ 50 प्रतिशत टैरिफ भी देना होगा। द्वितीयक प्रतिबंध वे आर्थिक प्रतिबंध होते हैं जो किसी ऐसे देश (भारत) पर लगाए जाते हैं जो किसी ऐसे देश (रूस) के साथ व्यापार करता है जिस पर पहले से ही प्राथमिक प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं।