
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : कोरोना वायरस का एक नया वैरिएंट दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है। इस प्रकार के संक्रमित मरीजों की सबसे अधिक संख्या सिंगापुर में देखी जा रही है। अगर भारत की बात करें तो यहां अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है और 257 मामले सामने आए हैं। इनमें से केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में कोरोना सबसे ज्यादा फैल रहा है। ऐसे में आपको अपना विशेष ध्यान रखना होगा और अपने परिवार को भी सुरक्षित रखना होगा। अब आइए जानें कि इस नए वेरिएंट का नाम क्या है और यह किन लोगों तक सबसे ज्यादा पहुंच रहा है।
संक्रमण के 24 से 48 घंटों के भीतर तेज बुखार, सांस लेने में कठिनाई, गले में खराश और थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कई मामलों में मरीजों की हालत तेजी से बिगड़ रही है। इस नए वैरिएंट का नाम JN.1 वैरिएंट बताया जा रहा है।
सबसे ज्यादा जोखिम किसे है?
बुजुर्गों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। यदि आपको पहले से ही हृदय रोग, मधुमेह या गुर्दे की समस्या है, तो यह संक्रमण घातक हो सकता है।
मधुमेह के मरीज कोरोना संक्रमण से लड़ने में कमजोर हो सकते हैं और वायरस फेफड़ों तक जल्दी पहुंच सकता है।
कोरोना वायरस सीधे फेफड़ों पर हमला करता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत वाले मरीजों की हालत तेजी से बिगड़ सकती है।
गर्भावस्था के दौरान, प्रतिरक्षा प्रणाली कुछ हद तक दबा दी जाती है ताकि शरीर भ्रूण को स्वीकार कर सके; ऐसी स्थिति में वायरस से सुरक्षा पाना मुश्किल हो जाता है।
छोटे बच्चे कोरोना वायरस से बहुत जल्दी प्रभावित हो सकते हैं।
अपना और अपने प्रियजनों का ख्याल कैसे रखें
मास्क अवश्य पहनें: आपको मास्क अवश्य पहनना चाहिए, विशेषकर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाते समय।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करें: आप हल्दी वाला दूध, काढ़ा और तुलसी-अदरक की चाय पी सकते हैं।
बुजुर्गों की देखभाल: बुजुर्गों और बीमार लोगों को भीड़-भाड़ से दूर घर पर रखें और समय-समय पर डॉक्टर से उनकी जांच करवाएं।
स्वच्छता पर ध्यान दें: अपने हाथों को नियमित रूप से धोना और सैनिटाइज़र का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
कोरोना की हर लहर हमें एक नई चेतावनी देकर जाती है। यह लहर उन लोगों के लिए भी घातक साबित हो सकती है जो पहले से ही कमजोर या लापरवाह हैं। स्वयं भी सावधान रहें और अपने आस-पास के लोगों को भी सतर्क रखें, क्योंकि थोड़ी सी सावधानी आपकी और आपके प्रियजनों की जान बचा सकती है।