
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पिछले कुछ दिनों तक मौसम सामान्य रहा, लेकिन अब सीमांत क्षेत्रों में फिर से बदलाव देखने को मिल रहा है। गुरुवार रात हल्की बारिश हुई और शुक्रवार सुबह पांच बजे से जिले के कई हिस्सों में तेज वर्षा शुरू हो गई। लगातार बारिश से टनकपुर–तवाघाट हाईवे पर कूलागाड़ के पास भारी मलबा आ गया, जिससे यह मार्ग आठ घंटे तक बंद रहा। इस वजह से चीन सीमा से जुड़े दारमा, व्यास, चौदास, तल्ला दारमा, पांगला और गर्बाधार क्षेत्र का संपर्क पूरी तरह कट गया। दोपहर करीब एक बजे के बाद ही सड़क को खोला जा सका।
हिमालय की ऊँची चोटियों पर हल्की बर्फबारी भी हुई, जिससे ठंडक और बढ़ गई है। जिले की कई सड़कों की स्थिति खराब बनी हुई है। सुबह तक जहां 23 सड़कें बंद थीं, वहीं शाम तक सिर्फ 4 ही मार्ग खोले जा सके। मुनस्यारी–मिलम सीमा मार्ग अब भी बंद है और लिपुलेख मार्ग भी देर तक बाधित रहा।
ग्रामीण इलाकों में हालात और कठिन हैं। कुल 20 ग्रामीण मार्ग बंद हो गए थे, जिनमें से सिर्फ एक को ही खोला जा सका है। बारिश के बाद खुले कुछ रास्ते फिर से बंद हो गए हैं। खासकर बांसबगड़–धामीगांव सड़क की हालत बेहद खराब बताई जा रही है। समाजसेवी भगत बाछमी ने प्रशासन से इस मार्ग को जल्द खोलने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सड़कों को समय पर नहीं खोला गया तो गांवों में हालात बिगड़ सकते हैं।