(उत्तराखंड हादसा) उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।सुरंग में फंसे श्रमिकों के सकुशल रेस्क्यू और समन्वय बनाने के लिए विभिन्न राज्यों के अधिकारियों के दल उत्तरकाशी पहुंच रहे हैं। लेकिन अभी तक एक भी मजदूरों को सकुशल निकाला नहीं जा सका है।
बता दें कि दीपावली के दिन रविवार सुबह उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल धंसने से 40 मजदूर फंसे हुए हैं। आज पांचवें दिन सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मजदूरों को निकालने के लिए खास औगर मशीन के लिए प्लेटफार्म तैयार कर लिया गया है। उत्साह बढ़ाने वाली बात ये है कि हरक्यूलिस विमानों के जरिये उत्तरकाशी पहुंचाई गई हैवी ऑगर मशीन से रेस्क्यू हो रहा है। रेस्क्यू टीम टनल के अंदर मलबे में फंसे 40 मजदूरों को निकालने की कोशिश में लगी हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी होते देख घटना स्थल पर मौजूद अन्य मजदूरों और सुरंग में फंसे मजदूरों के परिवार के लोगों गुस्सा फूट गया है। इन लोगों ने सुरंग के बाहर प्रदर्शन किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा जारी किए गए प्रदर्शन के वीडियो में मजदूरों को पुलिस से धक्का मुक्की करते देखा जा सकता है। ये सभी लोग सरकार के ढीले रवैये से खुश नहीं है। मीडिया से बातचीत में सुरंग में फंसे लोगों के परिजनों ने जल्द से जल्द अपने लोगों को बाहर निकालने की मांग की।
उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे मजदूरों को 90 घंटे से भी ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अभी भी बचाव कार्य में सफलता नहीं मिल सकी है। राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी इंदौर से देर रात देहरादून पहुंच गए हैं। वह लगातार सिल्कयारा में निर्माणाधीन टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों में लगी केंद्रीय एजेंसियों की टीम की हौसला अफजाई की और जल्द ही टनल में फंसे श्रमिकों के सकुशल रेस्क्यू की बात कही है।
बता दें कि चारधाम ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत बनाई जा रही सुरंग का सिलक्यारा की तरफ से मुहाने से 270 मीटर अंदर करीब 30 मीटर का हिस्सा रविवार को भूस्खलन से ढह गया था और तब से मजदूर उसके अंदर फंसे हुए हैं। उन्हें निकालने के लिए युद्वस्तर पर बचाव एवं राहत अभियान चलाया जा रहा है।