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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : केरल में निपाह वायरस का संक्रमण फैल रहा है, जिसके चलते राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था सतर्क हो गई है. एक तरफ कोरोना के बाद लोग वायरस से जुड़ी हर खबर पर तुरंत प्रतिक्रिया देने लगे हैं, वहीं निपाह वायरस की गंभीरता इसे और खतरनाक बनाती है. यह वायरस न सिर्फ तेजी से फैलता है, बल्कि इसकी मृत्यु दर भी काफी ज्यादा है. इस बार सबसे ज्यादा मामले मलप्पुरम, पलक्कड़ और कोझिकोड जिलों में सामने आए हैं और 425 से ज्यादा लोगों को निगरानी में रखा गया है. सरकार ने आइसोलेशन, ट्रैकिंग और टेस्टिंग की प्रक्रिया तेज कर दी है. आइए जानते हैं निपाह वायरस क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचाव के लिए क्या कदम उठाने चाहिए.

 स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि अब तक 425 से ज़्यादा लोगों को निगरानी में रखा गया है। इसमें मलप्पुरम (228), पलक्कड़ (110) और कोझिकोड (87) के लोग शामिल हैं। हालांकि, मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है और हर किसी के सैंपल लेकर उनकी जांच की जा रही है। राज्य सरकार ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है और संवेदनशील इलाकों में मेडिकल टीमें तैनात कर दी गई हैं।

निपाह वायरस क्या है?

निपाह वायरस एक जूनोटिक वायरस है जो जानवरों से इंसानों में फैलता है। यह मुख्य रूप से फल खाने वाले चमगादड़ों से फैलता है और इंसानों में सांस लेने में तकलीफ, बुखार और दिमाग में सूजन जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है।

निपाह वायरस के मुख्य लक्षण

  • बुखार
  • सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द
  • थकान और कमजोरी
  • सांस लेने में दिक्क्त
  • उल्टी या मतली
  • मानसिक भ्रम या बेहोशी

निपाह वायरस कैसे फैलता है?

  • यह रोग संक्रमित चमगादड़ों द्वारा खाए गए फलों को खाने या उनकी लार से संक्रमित वस्तुओं को छूने से होता है।
  • संक्रमित मनुष्यों के सीधे संपर्क में आने से
  • निपाह वायरस संक्रमित पशुओं के संपर्क से भी फैल सकता है।

निवारक उपाय

  • गिरे हुए फल या चमगादड़ द्वारा खाए गए फल न खाएं।
  • बीमार लोगों से दूरी बनाए रखें और मास्क पहनें।
  • हाथों को बार-बार साबुन से धोएं या साफ करें।
  • यदि आपको अपने शरीर में कोई भी लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  • जानवरों से दूरी बनाए रखें, विशेषकर खेतों में।