Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अशोक सिंघल राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख मार्गदर्शक थे। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) समाज में जो संस्कार और सेवा की ज्योति जला रही है, वह केवल सामाजिक कार्य नहीं, बल्कि देश के भविष्य को नई दिशा देने वाला राष्ट्रीय आंदोलन है। आने वाले वर्षों में यही सेवा-भाव समाज परिवर्तन का प्रमुख आधार बनेगा। वह वात्सल्य वाटिका में आयोजित विहिप के सेवा कुंभ समारोह के समापन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
सांसद रावत ने बताया कि विहिप का सेवा विभाग विभिन्न क्षेत्रों में जनहित के लिए सतत कार्यरत है। बच्चों को छोटी-छोटी कार्यशालाओं के माध्यम से संस्कारित किया जा रहा है। वहीं, विहिप के केंद्रीय सहमंत्री और सह-सेवा प्रमुख आनंद हरबोला ने कहा कि परिषद का सेवा मॉडल पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है। सेवा कुंभ समाज में संवेदनशीलता, सजगता और संगठन की शक्ति को बढ़ाने वाला मंच है। प्रांत संगठन मंत्री अजय कुमार ने कहा कि यह आयोजन समाजसेवकों के लिए ऊर्जा, प्रशिक्षण और दिशा प्रदान करने का जीवंत केंद्र है।
स्वावलंबन आधारित समाज निर्माण की दिशा में विहिप के प्रयास
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि विहिप आत्मनिर्भर और स्वावलंबी समाज की स्थापना की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर ने परिषद के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विहिप के सेवा प्रकल्प समाज को सशक्त बना रहे हैं और विधिक जागरूकता सहित सामाजिक न्याय के विषयों में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। गंगादास महाराज ने कहा कि सेवा ही सर्वोच्च धर्म है।
विहिप का यह सेवा कुंभ देवभूमि उत्तराखंड की आध्यात्मिक परंपरा और सामाजिक मूल्यों को आगे बढ़ाने वाला महत्वपूर्ण संगम है। एकम्स ग्रुप की अर्चना जैन ने कहा कि विहिप के सेवा प्रयास देशहित और समाजहित में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
कार्यक्रम में संयोजक संजीव गुप्ता, मंत्री प्रदीप मिश्रा, कोषाध्यक्ष बलराम कपूर, अनिल भारतीय, राधेश्याम द्विवेदी, कुसुम शर्मा, रविकांत गुप्ता, नरेश वर्मा, सीमा ठाकुर, मानसी भार्गव सहित कई विशिष्ट लोग उपस्थित रहे।




