चारधाम यात्रा: हेली सेवा के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का मुख्य सरगना गिरफ्तार, हेली सेवा से जुड़ी 41 फर्जी वेबसाइटों को भी किया गया ब्लॉक

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देहरादून।। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गैर राज्य बिहार के नवादा जिले से चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवा के नाम पर देशभर में ठगी करने वाले गिरोह के मुख्य सरगना को पीओएस मशीन के साथ गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त पहले भी जेल जा चुका है और कई राज्यों में इस पर मुकदमे दर्ज हैं। अब तक फर्जी हेली सेवा बुकिंग की 41 वेबसाइटें भी ब्लॉक कराई गईं हैं ।

एसटीएफ और साइबर पुलिस ने बताया कि अभियुक्त स्वयं को पवन हंस हेली सर्विस का कर्मचारी दर्शाकर, पीड़ितों के व्हट्सएप पर सम्पर्क स्थापित करता था। शिकायतकर्ता श्रीकोटी कल्याणी पत्नी जगदेश्वर रॉव निवासी नारसीपट्नम, जिला अंकापल्ली, आंध्र प्रदेश से 19 अप्रैल को चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवा टिकट बुकिंग के लिए व्हट्स एप नम्बर चैट कर स्वयं को पवन हंस हेली सर्विस का कर्मचारी बताया गया और श्रीकोटी से आधार कार्ड व अन्य विवरण प्राप्त किया।

उन्होंने बताया कि इसके बाद एचडीएफसी बैंक के खाता संख्या 50100605798433 पर फाटा से हेली सेवा के माध्यम से केदारनाथ जाने के लिए पैसा ट्रांसफर कराया गया। एक अन्य शिकायतकर्ता अशोक प्रजापति पुत्र शान्तिलाल निवासी ए-33, निकट कैडिला ब्रिज, अहम्दाबाद, गुजरात केदारनाथ यात्रा के नाम पर अभियुक्त खुद पवन हंस हेली सर्विस का प्रतिनिधि बताकर बात की गई। उसके द्वारा व्हट्स एप पर भी अपनी कम्पनी की वेबसाइट का नाम https://pawanhanshtravels.in व ईमेल info@pawanhansheliticket.in भेजी गई व 19 अप्रैल को शिकायकर्ता से 11 लोगों का हेली सेवा टिकट बुक करवाने के लिए 77,000- एचडीएफसी बैंक के खाता संख्या 50100605798433 में स्थानान्तरित करवा लिया गया। 

शिकायकर्ता के बार-बार कॉल करने पर भी कोई सम्पर्क नहीं किया गया। अभियुक्त ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता राजेन्द्र महाजन निवासी ग्राम गुमहारविन, हमीरपुर रोड़, हिमाचल प्रदेश से भी हैली सेवा के नाम पर 25 अप्रैल को 33,000/- संदिग्ध बैंक खातों में स्थानान्तरित करवाये गये। गिरोह के एक मुख्य सरगना नीरज कुमार पुत्र अवधेश प्रसाद निवासी ग्राम पोक्सी, पो.आ.केसोरी, थाना पकरीबरवां, जनपद नवादा, बिहार को भी बिहार के जनपद नवादा से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।

अभियुक्त अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर देश भर में हेली सेवा के नाम पर अपराध करने के लिए अलग-अलग मोबाइल फोन, सिमकार्डों व बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया। अभियुक्त ने प्रतिरूपण, फिशिंग, फर्जी हेली सेवा कम्पनियों के अधिकारी बनकर देश भर में कई लोगों को ठगा है।

अपराध का तरीका-

अभियुक्त हेली सेवा टिकट की ऑनलाइन बुकिंग के लिए अपने मोबाइल नम्बर को व्हट्स एप एपीआई के जरिये उस वेबसाइट से कनेक्ट कर देते हैं। पीड़ितों से हेली सेवा टिकट की ऑनलाइन बुकिंग हेतु उक्त वेबसाइट पर विजिट करने पर व क्लिक करने पर अभियुक्त के व्हट्सएप से सम्पर्क हो जाता है। इस पर अभियुक्त पीड़ितों को हेली सेवा कम्पनियों की फर्जी आईडी भेजकर टिकट बुकिंग के लिए विश्वास दिलाकर कर फर्जी बैंक खातों में पैसा डलवा कर धोखाधड़ी की जाती है। विभिन्न मोबाइल हैण्डसेट, सिम कार्ड व फर्जी बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है।

कुछ पीड़ितों से एक मोबाइल फोन, सिम कार्ड व बैंक खाते का प्रयोग कर धोखाधड़ी करने के बाद नये सिम, मोबाइल हैण्डसेट व बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है। 41 ऑनलाइन हेली सेवा फर्जी टिकट बुकिंग के पीछे मुख्य सरगना का हाथ है। दिसंबर वर्ष 2021 में कोतवाली जयपुर राजस्थान पुलिस की ओर से जेल भेजा गया था। फोन पर लड़की बनकर लोगों को ठगा जाता था। इस मामले में कोतवाली जयपुर ने इनको पकड़ा था, यह वहां से जमानत में बाहर है। देश भर के अन्य थानों में पंजीकृत अभियोगों में भी अहम भूमिका का होना पाया गया है।

पीओएस मशीनों का उपयोग कैसे करते हैं? -

इस मामले में साइबर अपराधी ने फिनो पेमेंट बैंक पीओएस मशीन का इस्तेमाल किया है। अपराधी फिनो मित्रा एप इंस्टॉल करता है और फिर किसी भी बैंक के एटीएम कार्ड को पीओएस मशीन से स्वाइप कर लेता है। पैसा तुरंत फिनो पेमेंट बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया जाता है। उनके अपराधी से आगे विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरण और अंत में एटीएम निकासी। पूरी प्रक्रिया में केवल कुछ मिनट लगते हैं। गिरफ्तार आरोपित फर्जी हेली वेबसाइट बनाने का मास्टरमाइंड था।https://pawanhanshtravels.in, https:rtcyatraheli.in/, https://kedarnathhelipadticket.in, https://pawanhanstickets.in/

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