राजधानी दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस समिट में भाग लेने के लिए दुनिया के ताकतवर नेता दिल्ली पहुंचे। शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को विदेशी नेता अपने वतन लौट गए। लेकिन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो दो दिन तक राजधानी दिल्ली में ही रुके हुए थे। इसकी वजह रही कि फ्लाइट में खराबी आने की वजह से कनाडा के पीएम को दिल्ली में दो दिन रुकना पड़ा।
आखिरकार मंगलवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के विमान को उड़ने की मंजूरी दी गई। इसके बाद आज दोपहर को जस्टिन ट्रूडो विमान से कनाडा के लिए रवाना हुए । 2018 में जब ट्रूडो एक राजकीय यात्रा के लिए भारत में थे, उस समय भी जिस ए-310 विमान से वे यात्रा कर रहे थे उसमें तकनीकी समस्या आई थी। कनाडाई पीएम का जो विमान खराब हुआ है वह सीसी-150 पोलारिस है, जो कई संशोधित एयरबस ए310-300 में से एक है, जिसका उपयोग कनाडाई सशस्त्र बल अपने वीआईपी के परिवहन के लिए करते हैं।
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइटों के अनुसार, सीसी-150 पोलारिस की सटीक पंजीकरण संख्या 15001 है और यह 35.8 वर्ष पुराना है। हालांकि इससे भी पुराने विमान राष्ट्राध्यक्ष इस्तेमाल करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के एयर फोर्स वन विमान- जो बोइंग 747 पर आधारित दो वीसी-25ए हैं 36 साल से अधिक पुराने हैं। ट्रूडो भारत की अध्यक्षता में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने को लेकर शुक्रवार को दिल्ली आए थे।
इस दौरान उन्होंने जी-20 समिट में हिस्सा लेने सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कनाडा और हिंदुस्तान के रिश्ते को लेकर चर्चा भी की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जस्टिन ट्रूडो को कनाडा में चरमपंथी तत्वों की जारी भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में भारत की कड़ी चिंताओं से अवगत कराया। पीएम मोदी ने ट्रूडो का ध्यान उन खालिस्तानी अलगाववादियों की ओर खींचा जो राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे थे और भारतीयों को धमकी दे रहे थे।