Health. कभी-कभी जब हम काम के बाद थक जाते हैं, तो हम दोपहर में थोड़ा आराम करने के बारे में सोचते हैं, क्योंकि इससे हमें तरोताजा महसूस होता है। दिन में सोना हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन यह आपके लिए जरूरी चीजों के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
दिन में उठना आपको थकान और सुस्ती से राहत दिलाता है, लेकिन यह आदत कुछ लोगों को परेशान कर सकती है। इससे रात में प्राकृतिक नींद चक्र प्रभावित हो सकता है और इससे रात को अच्छी नींद नहीं आती है।
दोपहर की झपकी कुछ लोगों के लिए खुद को तरोताजा करने का एक आसान तरीका है, लेकिन बहुत सारे शोध से पता चला है कि यह याददाश्त में सुधार करता है लेकिन सतर्कता को नुकसान पहुंचा सकता है। दोपहर में एक घंटे से ज्यादा सोने से आपका शरीर सुस्त हो जाता है। (Health)
आयुर्वेद के अनुसार दिन में सोना उचित नहीं माना गया है। ऐसा करने से खांसी और पति के अपराध बोध के बीच असंतुलन पैदा हो जाता है। हालांकि, जो स्वस्थ हैं वे दिन में सो सकते हैं, लेकिन केवल गर्मी के मौसम में।
मधुमेह और मोटापे से पीड़ित लोगों को दिन में नहीं सोना चाहिए, क्योंकि इससे वजन बढ़ना, बुखार, खराब याददाश्त और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली हो सकती है। (Health)
कुछ अध्ययनों से पता चला है कि दोपहर में करीब 15 से 20 मिनट की झपकी लेना आपकी सेहत के लिए अच्छा होता है। इस दिनचर्या का पालन करने के लिए अलार्म सेट करें और सोते समय खुद को तनाव मुक्त रखें। (Health)