रुद्रप्रयाग। कोरोना काल के बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा में इस बार रिकॉर्ड संख्या में यात्री पहुंचे। ऐसे में केदारनाथ धाम में यात्रा से जुड़े विभिन्न महिला समूहों ने भी जोरदार कारोबार किया है। बताया जा रहा है कि अकेले केदारनाथ धाम में प्रसाद से 44 लाख का कारोबार हुआ जबकि महिला समूहों ने कुल 48 लाख का कारोबार किया। 6 मई 2022 को मंदिर के कपाट खुलने से लेकर 27 अक्टूबर को कपाट बंद होने तक 15 लाख 63 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दरबार में माथा टेका।
बता दें कि केदारनाथ धाम यात्रा के दौरान जिले में संचालित महिला समूहों ने भी बेहतर व्यवसाय किया। कोरोना काल के बाद इस साल महिला समूहों के व्यवसाय को नई ऊंचाइयां मिली। जिले की तमाम महिलाएं बाबा केदारनाथ धाम के लिए स्थानीय उत्पादों से निर्मित प्रसाद तैयार करने, यात्रा मार्ग पर रेस्तरां, कैफे संचालित करने से लेकर अन्य स्थानीय उत्पाद बेचकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। उन्होंने इस साल अच्छा कारोबार किया।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के अनुसार बाबा केदारनाथ में इस साल दुनियाभर से आने वाले श्रद्धालुओं को स्थानीय उत्पादों से निर्मित प्रसाद और बाबा केदारनाथ के सोविनियर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। साथ ही स्थानीय शहद, हर्बल धूप सहित अन्य कई उत्पाद महिलाएं तैयार कर यात्रियों को बेंच रही हैं। इसके अतिरिक्त स्थानीय खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाने के लिए सरस रेस्तरां एवं हिलांस कैफे भी यात्रा मार्ग में महिलाओं द्वारा ही संचालित किये जा रहे हैं।
पहली बार हुआ इतना कारोबार
सरस रेस्तरां का संचालन कर रही महादेव स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष पूनम देवी का कहना है कि पहली ही यात्रा के दौरान उन्होंने करीब 4 लाख रुपए का कारोबार कर लिया है। उन्होंने बताया कि सरस रेस्तरां में 8 लोगों को नियमित रोजगार मिला है। सरस विपणन केंद्र संचालित कर रही शिवानी का कहना है कि उन्होंने बाबा केदारनाथ की यात्रा के दौरान जिले भर के किसानों से एकत्रित स्थानीय उत्पाद बेचकर करीब 80 हजार रुपए का कारोबार किया है।