मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि सूबे में 19 हजार 553 महिलाएं लापता हैं। इनमें से कितनी महिलाएं मिल चुकी हैं, इस संबंध में राज्य सरकार ने अब तक कोई जानकारी नहीं दी है। यह विषय बहुत ही संवेदनशील है। इसलिए राकांपा पदाधिकारियों को महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए।
वरिष्ठ नेता शरद पवार बुधवार को मुंबई में महिला पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विधानसभा के वर्षाकालीन सत्र के दौरान अनिल देशमुख ने सवाल पूछा कि 1 जनवरी से 1 मई तक कितनी महिलाएं लापता हैं, इसका जवाब मिला था कि 19 हजार 553 महिलाएं लापता हैं। इसका एक रिकॉर्ड यह भी है, लेकिन इनमें से कितनी महिलाओं का पता लगा, यह आज तक पता नहीं चल सका है। उन्होंने कहा, ''प्रदेश का ये हाल है तो मुश्किल है। गायब महिलाओं में 18 साल से कम उम्र की 1453 लड़कियां हैं और बाकी अन्य महिलाएं हैं। सरकार ने लिखित जवाब दे दिया है। क्या हमें ऐसे सवालों पर चुप रहना चाहिए।"
शरद पवार ने कहा, 'हमने रक्षा विभाग में आरक्षण देने का फैसला किया, उस समय कई लोगों ने विरोध किया था, लेकिन एक मंत्री के तौर पर मैंने खुद वो फैसला लिया था। अब जब आप महिलाओं को सेना में देखते हैं, तो यह बहुत सुखद लगता है। वहीं दूसरी ओर मणिपुर जैसी घटना सामने आ रही हैं। इसलिए महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमारी बहनों को सडक़ों पर उतरना चाहिए।' शरद पवार ने राज्य सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों को बंद करने और ठेके पर सरकारी नौकरी देने का जोरदार विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं है ।