यूपी के जिले मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट के उप चुनाव में BJP और रालोद-सपा के बीच सीधा मुकाबला होगा। मायावती, कांग्रेस का कोई उम्मदीवार नहीं होने से यह उप-चुनाव दोनों पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।
BJP के खतौली विधायक विक्रम सैनी को दो साल को सजा होने के कारण उनकी विधान सभा सदस्यता रद्द कर दी गई। अब इस सीट पांच दिसंबर को उप चुनाव होने जा रहा है। इस सीट पर आरएलडी-सपा गठबंधन ने बाहुबली मदन भैया को टिकट दिया है। बीएसपी और कांग्रेस ने यहां पर चुनाव नहीं लड़ रही है। BJP ने यहां से विक्रम सैनी की पत्नी राजकुमारी को चुनावी अखाड़े में उतारा है। जबकि आजाद समाज पार्टी ने रालोद को समर्थन दिया है। ऐसे में खतौली सीट पर आमने-सामने का मुकाबला होना तय है। BJP के सामने इस सीट को फिर से जीतने की चुनौती है तो रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है।
रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक चौधरी गुर्जर खतौली सीट से खुद टिकट के दावेदार थे। बाहरी कैंडिडेट को टिकट मिलने से नाराज होकर अभिषेक ने रालोद छोड़ दी और BJP में शामिल हो गए। इससे आरएलडी को झटका लगा है।
आरएलडी उम्मीदवार मदन भैया ने बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ सपा और आरएलडी के कार्यकर्ता थे। मदन भैया ने नामांकन दाखिल करने के बाद कहा कि उन्हें जनता का समर्थन मिल रहा है। बाहुबली कहे जाने पर उन्होंने कहा कि बाहुबली शब्द पर रिसर्च की जरुरत है।