मुख्यमंत्री धामी का संदेश. विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक महत्वपूर्ण संदेश जारी किया। उन्होंने इस दिन को महत्वपूर्णता देते हुए 'वसुधैव कुटुम्बकम' की महान परंपरा का जिक्र किया।
संविधान और मानवाधिकार
मुख्यमंत्री ने यह बताया कि स्वतंत्रता और समानता, मानवाधिकार के दो महत्वपूर्ण पहलु हैं। हमारे संविधान ने नागरिकों को उनके मौलिक अधिकारों, जैसे जीवन की सुरक्षा, समानता, और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्राथमिकता दी है।
मानवाधिकारों के महत्व
मानवाधिकारों का पालन करना व्यक्ति की जिम्मेदारी है। इन्हें समझना और मानवीय संबंधों में सम्मान दिखाना हमारा कर्तव्य है। मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाकर समाज में उनकी समझ और सहमति को बढ़ाया जा सकता है।
धामी की आगे की उम्मीदें
मुख्यमंत्री धामी ने इस मौके पर सभी से मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनका सम्मान करने की अपील की है। उन्होंने यह भी कहा है कि हमें अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए समाज में उत्थान और समर्थन प्रदान करना चाहिए।
मानवाधिकारों को महत्व देना नैतिक दायित्व
इस विशेष दिन पर, हम सभी को मानवाधिकारों को महत्व देने और उन्हें समझने का संकल्प लेना चाहिए। मानवाधिकारों के प्रति समझदारी और सहमति दिखाना हमारा नैतिक दायित्व है।