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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में फायर सर्विस को और सशक्त बनाने के लिए अहम कदम उठाया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि राज्य के सभी एक्सप्रेसवे पर हर 100 किलोमीटर की दूरी पर छोटी फायर चौकियां बनाई जाएं, ताकि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में गोल्डन आवर यानी पहले एक घंटे के भीतर राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू हो सके।

सीएम योगी ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या, तेज औद्योगिक विकास और तेजी से बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए अग्निशमन और आपात सेवा विभाग का पुनर्गठन जरूरी है। इस पुनर्गठन के बाद 1020 नए पद सृजित किए जाएंगे, जिनमें 98 राजपत्रित और 922 अराजपत्रित पद शामिल होंगे।

सभी जोनों में बनेगी विशेष फायर यूनिट

मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के सभी आठ जोनों में विशेष यूनिट बनाई जाए। ये यूनिट केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल हादसों और ऊंची इमारतों में आग लगने की घटनाओं से निपटने के लिए आधुनिक उपकरणों से लैस होंगी।

उन्होंने कहा कि इन यूनिटों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

प्रशासनिक व्यवस्था और प्रशिक्षण पर भी जोर

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभाग की प्रशासनिक क्षमता और वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाने के लिए हर जिले में अकाउंट कैडर की व्यवस्था की जाए। साथ ही, राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय में नए पदों का सृजन किया जाए, जिससे प्रशिक्षण और अनुसंधान की गुणवत्ता बेहतर हो।

उन्होंने जोर दिया कि फायर सर्विस को केवल आग बुझाने तक सीमित न रखकर, इसे आपदा प्रबंधन, रेस्क्यू ऑपरेशन और आपात सेवाओं का हिस्सा बनाया जाए।

हवाई अड्डों पर भी बढ़ी फायर सर्विस की ताकत

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कुशीनगर, आजमगढ़, श्रावस्ती, कानपुर नगर, अयोध्या, अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट और सोनभद्र के एयरपोर्ट्स पर फायर सर्विस कर्मियों की तैनाती की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विभाग जनता के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा से सीधे जुड़ा है, इसलिए इसकी संरचना ऐसी होनी चाहिए कि हर परिस्थिति में तत्काल सहायता दी जा सके।